- पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा ने पंचायत कर रेलवे ट्रेक पर किया प्रदर्शन
- सांसद ने पंचायत में पहुंच दिया समर्थन, किसानों ने पीएम को भेजा ज्ञापन
जनवाणी संवाददाता |
देवबंद: पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के बैनर तले किसानों ने गुरुवार को तीनों कृषि कानून के विरोध और गन्ना मूल्य बढ़ाने की मांग को पंचायत कर देवबंद रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया। बाद में किसानों ने अपनी मांगों से सम्बंधित प्रधानमंत्री को सम्बोधित 18 सूत्रीय ज्ञापन मौके पर मौजूद अधिकारियों को दिया।
पूर्व घोषणा के अनुसार दोपहर बारह बजे किसान सहकारी गन्ना समिति में एकत्रित हुए और तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ और गन्ना मूल्य बढ़ाने की मांग को लेकर महापंचायत की। बसपा सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने पंचायत में पहुंच किसानों को अपने समर्थन की घोषणा की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार हिटलरशाही रवैया अपना रही है। पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि लगातार बढ़ते कर्ज के कारण किसान आत्महत्या करने को मजबूर है। तीनों कृषि कानूनों की वापसी तक आंदोलन जारी रहेगा।
इसके उपरांत दोपहर करीब दो बजे किसान भगत सिंह वर्मा के नेतृत्व में नारेबाजी करते हुए देवबंद रेलवे स्टेशन पहुंचे और ट्रेक पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया। करीब 2.30 बजे एसडीएम राकेश कुमार सिंह व सीओ रजनीश उपाध्यक्ष धरनास्थल पर पहुंचे। जहां किसानों ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन उन्हें सौंपा। इस मौके पर हाफिज मुर्तजा त्यागी, सरदार गुलविंदर सिंह, सुमित कुमार, मौ. वारिस, डा. मौ. अरसद, राजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद रहे आला अधिकारी
पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा द्वारा रेल रोकने का ऐलान करने के कारण पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा। एडीएम (प्रशासन) एस.बी. सिंह, एसपी (देहात) अतुल शर्मा स्थानीय अधिकारियों के साथ देवबंद रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहा। इतना ही नहीं किसी भी स्थति से निपटने और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए रेलवे स्टेशन पर जीआरपी, आरपीएफ, आरआरएफ समेत भारी पुलिस बल तैनात रहा।
मोर्चा पदाधिकारी और किसानों के प्रदर्शन के दौरान देवबंद रेलवे स्टेशन से कोई भी ट्रेन होकर नहीं गुजरी। सभी ट्रेनों को पीछे ही रोक लिया गया था। -अनिल कुमार स्टेशन अधीक्षक देवबंद