- केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी, कानून वापस लेने की मांग
जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के रेल रोको आंदोलन के तहत भाकियू के नेतृत्व में किसानों का जत्था पहले सहारनपुर और फिर टपरी रेलवे स्टेशन पहुंचा।
यहां ट्रैक पर बैठ कर किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। हालांकि, दिन में 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक कोई ट्रेन नहीं आई, लिहाजा शाम चार बजे किसान अपने घरों को लौट गए। किसानों ने चेतावनी दी कि जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता, आंदोलन तब सिलसिलेवार चलता रहेगा।
बता दें कि किसान संगठनों द्वारा गुरुवार को रेल रोके जाने की घोषणा की गई थी। इसी के तहत भारतीय किसान यूनियन का सहारनपुर के रेलवे स्टेशन पर रेल रोकने का ऐलान था। किसान आंदोलन के चलते रेलवे स्टेशन पर पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था।
डीएम अखिलेश सिंह और एसएसपी डॉ. एस चनप्पा ने भी रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने रेलवे के अधिकारियों से बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली। डीएम और एसएसपी के जाने के बाद भाकियू बेदी के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए जब रेलवे स्टेशन की ओर बढ़े तो उन्हें पुलिस फोर्स द्वारा रोक लिया गया। भाकियू बेदी के लोग रेलवे स्टेशन पर जाने के लिए अड़े हुए थे।
पुलिस फोर्स ने उन्हें जाने नहीं दिया। सिटी मजिस्ट्रेट राकेश सोनी ने रेलवे स्टेशन के बाहर ही भाकियू बेदी के कार्यकर्तओं से केंद्र सरकार को संबोधित ज्ञापन लिया। ज्ञापन देने के बाद भाकियू बेदी के कार्यकतार्ओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन (आराजनैतिक) द्वारा टपरी रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर कई घंटे तक ट्रैक जाम रखा। किसान पटरी के इर्द-गिर्द बैठ गए और नारेबाजी की। कृषि कानूनों को काला कानून बताकर इसे वापस लेने की मांग की।
कई घंटे तक डेरा डाला गया। इसके चलते रेल यातायात प्रभावित हुआ।रेलवे अधिकारियों के मुताबिक सहारनपुर में टपरी रेलवे स्टेशन और हरियाणा यमुनानगर के पास किसानों ने रेलवे ट्रैक पर डेरा डाल रखा है। इसी वजह से सहारनपुर स्टेशन पर श्रीगंगानगर और कर्मभूमि एक्सप्रेस को चार घंटे के करीब रोकना पड़ा है।
ट्रेन में कटियार जिला निवासी बाबुल कर्मभूमि एक्सप्रेस से अमृतसर जा रहे थे। उन्होंने कहा कि ट्रेन रूकने की वजह से उन्हें परेशानी हुई है। उन्हें आवश्यक काम से अमृतसर पहुंचना था। बिहार खगरिया निवासी बंटी शर्मा भी अमृतसर भी जा रहे थे।
उन्होंने कहा कि चार घंटे ट्रेन की रूकने के कारण बच्चों के साथ दिक्कत उठानी पड़ी है। स्टेशन पर व्यवस्था अच्छी रही, लेकिन फिर भी देर होने की वजह से परेशानी तो होती है। भाकियू नेता अरुण राणा ने सरकार पर जमकर प्रहार किया। भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी विनय कुमार ने कहा कि सरकार तानाशाही पर उतर आई है। आने वाले चुनाव में जनता इसका जवाब देगी।