- फूलों की मांग बढ़ने से किसानों से लेकर कारोबारियों के चेहरे पर लौटी रौनक
- पूजा-अर्चना के लिए बड़ी संख्या में मां के भक्त गेंदा व गुलाब के खरीदते हैं फूल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नवरात्र में फूलों की मांग बढ़ने साथ ही कीमतों में भी बड़ा उछाल आया है। पूजा-अर्चना के लिए मां के भक्त फूल खरीद रहे हैं। फूलों की मांग बढ़ने से किसान से लेकर कारोबारियों के चेहरे पर रौनक लौटी है। कोरोना काल के दौरान बीते सात माह से फूलों की मांग न होने से किसान परेशान थे। किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था, लेकिन अब नवरात्र इन लोगों के लिए खुशियां लेकर आए हैं।
बाजार में अब फूलों की मांग बढ़ी है। इससे इनकी कीमतों ने भी आसमानी छलांग लगा दी है। फूलों की कीमत तीन से चार गुना बढ़ गई है। कुछ दिन पहले ही फूलों कीमत इतनी कम हो गई थी कि किसान खेतों के बाहर फूल फेंकने पर मजबूर हो गए थे, लेकिन अब नवरात्रों के चलते ही फूलों में रिकार्ड तोड़ महंगाई आ गई।
फूल का कारोबार करने वाले विक्रेता अभिषेक बताते हैं कि गुलाब और गेंदा का फूल कई सालों से कभी इतना महंगा नहीं बिका। उन्होंने बताया कि सोमवार को गेंदा 300 से 350 रुपये प्रति किलो के भाव में बिका। जबकि अब अगले दिनों में फूल के दाम और ज्यादा उछलने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि आमतौर पर गेंदा 100 से 150 रुपये के भाव में बिकता रहा है। उधर, फूल मंडी में गेंदे के फूलों के ढेर लगे हुए हैं। बिक्री भी जमकर हो रही है। काफी संख्या में खरीदार धड़ाधड़ फूलों की खरीदारी कर रहे हैं। वहीं, नवरात्रों में बढ़े दामो से किसानों से लेकर व्यापारी तक बेहद खुश है।
दाम में तीन से चार गुना बढ़ोतरी
पिछले 22 साल से फूलों की दुकान चलाने वाले अभिषेक ने बताया कि कोविड-19 के दौर में एक दिन में तीन से चार किलो फूल ही बिक रहे थे, लेकिन अब सब कुछ अनलॉक होने के बाद प्रथम नवरात्र से ही फूलों की मांग आठ से नौ गुना बढ़ गई है। अब एक दिन में 25 से 30 किलो फूल बेच रहा हूं, जिसमें गेंदा, गुलाब, गुलदावरी और रजनीगंधा शामिल है।
सबसे ज्यादा गेंदे के फूल बिक रहे हैं। फूल विक्रेता रिंकू ने बताया कि फूलों की कीमतों में भी तीन से चार गुना बढ़ोतरी हुई है। पहले जो फूल 100 से 150 रुपये किलो में बिक रहा था। वह आज 250 से 300 रुपये कीमत में बिक रहा है। सबसे अधिक कीमत गेंदा के फूल की है।
नवरात्रों के चलते भावों में उछाल आया
कोरोना महामारी के बाद फूलों पर मंदी मार पड़ी थी। जिसके चलते किसानों गेंदे के फूल की मांग कमजोर थी। ऐसे में भाव भी काफी कम थे। इस वजह से अधिकांश किसानों ने पौधे नष्ट कर दिए थे। अब नवरात्रों के चलते गेंदे के भावों में उछाल आया है।
पूजा की थाली में फूल का महत्व कम नहीं
नवरात्र में पूरे नौ दिन का व्रत करने वाली गौरी का कहना है कि माता की पूजा की थाली में फूलों का महत्व अलग ही होता है। फूल चाहे कितना महंगा क्यों ना हो जाए, लेकिन मंदिर में पूजा के दौरान फूल चढ़ाना बंद नहीं होगा। अंजलि ने बताया कि पहले वह मंदिर फूलों की कई माला लेकर जाती थीं। अब भी एक माला लेकर मंदिर में पूजा पाठ के लिए जा रही हैं। पिछले साल फूल की माला 10 रुपये में मिलती थी। वह इस साल 20 रुपये में मिल रही है।
फूलों की कीमतों में भारी उछाल
फूल पहले अब
गेंदा 100 300
गुलाब 150 200
गुलदावरी 50 100
रजनीगंधा 300 600
नोट: कीमत प्रति किलो के हिसाब से है।