- एटीएस ने की कार्रवाई, आपत्तिजनक किताबों के अलावा पैन ड्राइव, मोबाइल बरामद
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एटीएस और खरखौदा पुलिस के संयुक्त अभियान में पापुलर फ्रंट आफ इंडिया के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से गजवा ए हिन्द समेत आपत्तिजनक किताबें, पैन ड्राइव और मोबाइल बरामद किया गया है। शासन ने जांच के बाद पापुलर फ्रंट आॅफ इंडिया के सदस्यों को पीएफआई तथा कुछ अन्य मुस्लिम संगठनों के साथ मिलकर देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होकर देश को खंडित कर वर्ष 2047 तक इस्लामिक रास्ट्र बनाये जाने का षड्यंत्र रचने का दोषी पाया था।
हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच सौहार्द बने रहने पर प्रतिकूल प्रभाव डालने एवं एक-दूसरे की भावनाओं को उकसाकर विभिन्न वर्गों में शत्रुता, घृणा वैमनस्य पैदा कर सम्प्रवर्तित करने वाले कथन तथा राज्य में जगह-जगह विध्वंसक कार्रवाई करने के लिये योजना बनाकर साहित्य का वितरण मुस्लिमों के बीच करने का दोषी पाया था।
जिससे उनके अंदर धार्मिक जिहाद व कट्टरता की भावाना उत्पन्न होने एवं गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल होने पर प्रभारी निरीक्षक अनुज कुमार एटीएस यूनिट नोएडा, राजेश कुमार यूनिट नोएडा, प्रभारी निरीक्षक राजीव त्यागी एटीएस यूनिट मेरठ, दारोगा दीपक राज एटीएस यूनिट ने मोहम्मद शादाब अजीम कासमी पुत्र हाफिज उमेद अली निवासी ग्राम सोंटा रसूलपुर थाना थाना भवन जनपद शामली, मुफ्ती शहजाद पुत्र मोहम्मद उमरे निवासी ग्राम नेकपुर थाना मुरादनगर जनपद गाजियाबाद, मौलाना साजिद पुत्र सज्जाद निवासी ग्राम मामोर थाना कैराना जनपद शामली, मौहम्मद इस्लाम कासमी पुत्र मोहम्मद अख्तर निवासी ग्राम जोगियाखेड़ा परसौली थाना फुगाना जनपद मुजफ्फरनगर को भिन्न-भिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया गया।
जिनके विरुद्ध थाना खरखौदा पर धारा 120बी, 121ए, 153ए, 295ए, 109, 505 (2) भादवि व 13 (1) (बी) गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम पंजीकृत कराया गया है। इनके पास से गजवा-ए-हिन्द से सम्बन्धित अवांछनीय साहित्य, एक पैनड्राइव, तीन मोबाइल फोन और तीन किताबें बरामद की गई हैं।
परवेज की तलाश में जुटी तीन टीमें
मेरठ/मोदीनगर: पश्चिम यूपी के पीएफआई प्रभारी गांव कलछीना निवासी परवेज आलम की तलाश में तीन टीमों को लगाया गया है। दो दिन पूर्व एटीएस की दबिश के दौरान गुरुवार तड़के परवेज भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव कलछीना से फरार हो गया था। जब कि उसकी तलाश में दबिश के दौरान कई लोगों को टीम वेस्ट यूपी से पकड़ चुकी है। पिछले कुछ दिनों की परवेज की गतिविधियों की जांच की जा रही है और संबंधित बैंक खातों का पता लगाया जा रहा है।
दरअसल, पश्चिम के प्रभारी रहे परवेज का नेटवर्क कई जिलों में फैला हुआ हैं। पुलिस अधिकारियों की मानें तो परवेज काफी समय से सक्रिय है। सीएए को लेकर जब मुरादनगर में उपद्रव हुआ ओर मेरठ के कई हिस्सों में पथराव कर उपद्रव करने के दौरान खुलासा हुआ था कि इस हिंसा में परवेज आलम का ही नेटवर्क जुड़ा था। पुलिस ने उस दौरान उसे गिरफतार कर जेल भेज दिया था।
जमानत पर रिहा होने के बाद पता चला कि परवेज अब गांव कलछीना से ही संगठन के लिये नेटवर्क चला रहा है। एटीएस ने अब उसके मोबाइल नंबर की जानकारी की तो पता चला कि वह दो मोबाइल नंबर चला रहा है। इन नंबरों की कॉल हिस्ट्री खंगाली जा रही है,
ताकि पता चल सके कि पिछले कुछ दिनों में वह किन लोगों के संपर्क में था। वहीं, दूसरी ओर भोजपुर, पिलखुवा व धौलाना और अन्य जगहों से पुलिस परवेज और उसके नजदीकियों के बैंक खातों की जानकारी जुटा रही है। इन खातों में पिछले कुछ दिन में कितना लेनदेन किया गया, इसका पता किया जा रहा है।