- साढ़े तीन माह बीते, एसएसपी से लेकर एडीजी से सर्राफ लगा चुका है गुहार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: साढ़े तीन माह पहले कागजी बाजार में सोने का व्यापार करने वाले सर्राफ का दो किलो सौ ग्राम का सोना उनका शातिर नौकर और उसके तीन साथी बागपत रोड से लूटकर फरार हो जाते हैं, लेकिन पुलिस की सर्राफ के साथ नाइंसाफी देखिए। पुलिस ने सर्राफ से खुद ही बोलकर अपने अनुसार जबरन अमानत में खयानत जैसे कानूनी शब्दों वाली तहरीर लिखवाई। घटना को मामूली धारा में 14 दिन बाद दर्ज करवाया।
एफआईआर में चार आरोपी बनाये और घटना से पल्ला झाड़ लिया। इतना ही नहीं मुख्य आरोपी को थाने लाकर नाममात्र की पूछताछ कर उसे छोड़ दिया गया। पीड़ित सर्राफ ने जब तत्कालीन थाना प्रभारी संतशरण से अपने सवा करोड़ सोने के बारे में जानकारी की तो उन्हें जवाब मिला कि नौकर से पूछताछ क र ली है। हम कार्रवाई कर रहे हैं। सर्राफ थाना स्तर से लेकर एसएसपी और एडीजी जोन से कई बार अपनी व्यथा बयां करके थक गया,
लेकिन पुलिस ने अभी तक सवा करोड़ सोना लूटकर ले जाने वालों की गिरफ्तारी तक नहीं की। आखिर मेरठ पुलिस के अफसर इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी साढ़े तीन माह से चुप्पी साधे हैं। पुलिस अफसरों की आरोपियों पर इतनी मेहरबानी की वजह क्या है।
टीपी नगर क्षेत्र महावीर नगर, ट्रांसपोर्ट नगर निवासी सर्राफ अर्चित जैन की दुकान कागजी बाजार में है। उनकी दुकान पर आठ दस महीने पहले रितिक कुमार नाम का युवक निवासी नंगला पातू थाना परतापुर नौकरी करने आता है। रितिक पर विश्वास के नाते वह सर्राफ अर्चित जैन उसे अक्सर अपने साथ दिल्ली से सोना खरीदने जाते वक्त साथ ले जाते। उसके बाद वह कभी कभार दिल्ली से सोना लाया करता था।
सर्राफ ने रितिक को 5 मई को उसे दिल्ली से 2 किलो 100 ग्राम सोना लेने कार से भेजा, लेकिन वह सात मई में मेरठ लौटा। सर्राफ से नौकर ने बताया कि उससे बागपत रोड पर 6 मई को उसके साथ गए दोस्त जोनी, गुड्डू, विनीत मिलकर सोना लूट लिया। सर्राफ अर्चित जैन ने टीपी नगर थाने पहुंचा और पूरी घटना तत्कालीन थाना प्रभारी संतशरण सिंह को बताई। सर्राफ ने बताया कि उससे पहले तो पुलिस ने कहा कि घटना यहां की नहीं है।
लेकिन जैसे तैसे घटना को खुद बोलकर अपने हिसाब से लिखवाया गया। उसके बाद नौकर रितिक को आठ मई को थाने बुलाकर पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया। जब थाना प्रभारी से कई बार आरोपियों की गिरफ्तारी और सोना बरामदगी के बारे में बात की जाती हर बार यही जवाब मिलता कि हम जांच कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि एक आरोपी विनीत जो जेल में है उसके आने के बाद से ही हम कुछ कार्रवाई करेंगे।
इतना ही नहीं पीड़ित सर्राफ अर्चित जैन ने भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा से लेकर बुलियन ट्रेडर्स महामंत्री विजय आनंद तक से अपनी पीड़ा व्यक्त की। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। सर्राफ अर्चित जैन ने सवा करोड़ का सोना बरामद करने और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 5 जून को एडीजी जोन राजीव सब्बरवाल तक अपनी शिकायत दर्ज कराई। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
24 जुलाई और 21 अगस्त को पीड़ित सर्राफ एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से मिले, लेकिन वहां से भी संतोष जनक जबाव नहीं मिला। सर्राफ का कहना है कि कई बार थाने स्तर से लेकर एसएसपी और एडीजी साहब से मिल चुका हूं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई इस सरकार में नहीं हो रही।
बैंक में बंधक प्लॉट को बेचकर 18 लाख की ठगी
मोदीनगर: निवाड़ी थाना क्षेत्र के गांव अबूपूर में प्लॉट खरीदने वाले मुरादनगर निवासी एक व्यक्ति को एक महिला सहित तीन लोगो ने झाँसे में लेकर उसके साथ साजिश रचकर फर्जीवाड़ा कर बैंक में गिरवी रखे उसके प्लॉट को बेचकर 18 लाख से अधिक की रकम हड़प ली। जब बैंक से रिकवरी का नोटिस व्यक्ति पर पहुंचा तो उसे ठगी का पता चला। आरोपियों से तगादा करने पर पीड़ित को जान से मारने की धमकी दी गयी। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मुरादनगर थाना क्षेत्र की विजय मंडी निवासी अजय गुप्ता ने पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में बताया है कि वर्ष 2016 में उसने गांव अबूपुर में 317.70 वर्ग गज का एक प्लॉट खरीदा था। 18.30 लाख देकर बैनामा कराया गया। प्लॉट बेचने में शमिल रही महिला सहित तीन लोगो ने साजिश के तहत उससे प्लॉट संबंधित पुराने दस्तावेज गुम हो जाने का बहाना बनाया था। अजय ने प्लॉट पर कब्जा ले लिया।
पिछले कुछ दिन पहले अजय को जब् पंजाब नेशनल बैंक से नोटिस मिला। जिसके द्वारा अजय को पता चला कि प्लॉट बैंक में लोन चुकता नहीं करने के चलते बंधक बना है। अजय के मुताबिक, आरोपियों ने 2012 में ही इस जमीन पर 15 लाख का लोन लिया था, जो चुकाया नहीं गया। इस लोन के बारे में आरोपियों ने अजय को भी नहीं बताया। नोटिस आने पर अजय आरोपियों के पास पहुंचा।
लेकिन आरोपियों ने उनकी एक नहीं सुनी। गाली-गलौज की और जांच से मारने की धमकी दी। एसीपी ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर आनंदीपुरा कॉलोनी निवासी अंजू गुप्ता व गिरीश कुमार और तिबड़ा रोड निवासी अरविंद गुप्ता के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा में रिपोर्ट दर्ज हुई है। जांच में सत्यता पाये जाने पर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।