- लाक्षागृह पर चतुर्वेद पारायण महायज्ञ का तीसरा दिन
जनवाणी संवाददाता |
बिनौली: बरनावा के लाक्षागृह स्थित श्री महानन्द संस्कृत विद्यालय में गांधी धाम समिति के तत्वाधान में चल रहे 62 वे विश्व कल्याण चतुर्वेद परायण महायज्ञ के तीसरे दिन मंगलवार को वैदिक विद्वान योगाचार्य अरविंद शास्त्री ने कहा कि इंद्रियों की पवित्रता से ही आत्मिक उन्नति होती है।
इस अवसर पर वेदोपदेश देते हुए अरविंद शास्त्री ने कहा परमपिता परमेश्वर की भक्ति से आत्मबल बढ़ता है, परम आनंद की प्राप्ति होतो है। जीवन मे श्रेष्ठ कर्म करने चाहिए। ईन्द्रियों को बलवान बनाकर शारीरिक व मानसिक उन्नति होती है। इंद्रियों की पवित्रता से आत्मा को ऊर्जा मिलती है।
उन्होंने कहा यश और कीर्ति के लिए मनुष्य को श्रेष्ठ कर्म करने चाहिए। आचार्य गुरुवचन शास्त्री, सोमदत्त भारद्वाज, सुनील शास्त्री, देवेंद्र शास्त्री, मोहित शास्त्री, रोहित शास्त्री, गंगाशरण, अंकुर भारद्वाज, संजीव आर्य आदि ने अपनी अपनी यज्ञशालाओं पर उपदेश दिए। अशोक चौहान, फकीरचंद त्यागी, जेपी त्यागी, अमित, इंद्रेश, बिजेंद्र गुप्ता, हर्ष तोमर, कालूराम, गुड़िया त्यागी, यशोधर्मा सोलंकी आदि यज्ञमान रहे।