- हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद गहरे सदमे में जी रहे शेयरधारक
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद तेजी से धड़ाम हुए शेयरों के कारण शेयरधारकों को काफी नुकसान हुआ है। लाखों करोड़ों रुपये देखते देखते डूब गए। तीन दिन से शेयरों में आ रहे बदलाव से शेयरधारकों के चेहरे पर फिर से मुस्कराहट दिखने लगी है। हालांकि अभी अडानी के सारे शेयरों में उछाल नहीं आया है, लेकिन कुछ खास शेयरों अडानी इंटरप्राइजेज और अंबुजा शेयर को लेकर लोग ज्यादा उत्साहित हैं।
साल के शुरुआत से ही शेयर बाजार में काफी अनिश्चितता देखी जा रही है। किसी कंपनी के शेयर धड़ाम से कभी नीचे गिर जा रहे हैं तो कोई उससे मोटा रिटर्न कमा ले रहा है। इस उथल-पुथल के पीछे का एक सबसे बड़ा कारण विदेशी निवेशकों द्वारा भारतीय शेयर बाजार से रिकॉर्ड पैसा निकालना भी है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद इंडेक्स आॅपरेटर ने अडानी की चार कंपनियों के फ्री फ्लोट डेजिग्नेशन पर कटौती का फैसला किया।
अडानी समूह के चार शेयरों अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी टोटल गैस, अडानी ट्रांसमिशन और एसीसी के फ्री फ्लोट स्टेटस को कम कर दिया है। एक मार्च से ये लागू होगा। इस फैसले के बाद अडानी के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है। गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी अडानी समूह की कंपनियों के शेयर प्राइस गिरने लगे है। अडानी समूह के 10 कंपनियों के शेयर की कीमत को देखें तो आज मार्केट खुलते ही अडानी की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 2.33 फीसदी गिरे, लेकिन 10.56 बजे अचानक इसमें तेजी लौटी।
अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में 2.88 फीसदी की तेजी आई और शेयर 1982.75 रुपये पर पहुंच गए। आज एसीसी सीमेंट के शेयर 0.76 फीसदी गिरकर 1902 रुपये पर ट्रेंड कर रहे हैं। आज अंबुजा सीमेंट अकेला शेयर है, जिसके शेयर 1.59 फीसदी चढ़े हैं। आज अंबुजा शेयर बाजार खुलते ही तेजी के साथ 363.70 रुपये पर पहुंच गए। शेयर की खरीद फरोख्त करने वाले गिरीश शर्मा का कहना है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद जिस तरह से अडानी के शेयर धड़ाम हुए उससे कलेजा मुंह को आ गया था।
पांच दिन पहले करीब 12 लाख रुपये का नुकसान हुआ था। अब उम्मीद की जा रही है कि शेयर धीरे ही सही, लेकिन बढ़ेंगे जरुर। अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर ने उम्मीद जगाई है। शेयर बाजार में सुबह से जुटे रहने वाले विजय सिंह का कहना है कि उम्मीद नहीं थी कि अडानी के शेयर धड़ाम होगे, लेकिन जिस तरह का अडानी खिलाड़ी है वो पुराना हिसाब बहुत जल्द पूरा कर देगा। 10 लाख से अधिक का नुकसान भी हुआ, लेकिन अब उम्मीदें बढ़ने लगी है कि पुराने दिन फिर से लौट आएंगे। नौ दिन पहले जो हालात थे, उससे तो अब स्थिति काफी बदल गई है।