जनवाणी संवाददाता |
दाहा: किसी शायर ने किया खूब लिखा है हिन्दू-मुस्लिम, गर मुहब्बतों का ऐलान कर जायेंगे। नफरतों के सौदागर, सदमे से ही मर जायेंगे। यह शेर निरपुड़ा गांव में हिन्दू बहनों और मुस्लिम भाइयों पर सटीक बैठ रहा है।
हिन्दू मुस्लिम एकता की मिशाल एक बार फिर ग्राम निरपुड़ा गांव में मुस्लिम भाइयों ने पेश की। भैया दूज के पर्व पर निरपुड़ा में नईम और शाकिर नामक दो मुस्लिम युवकों ने विशाखा नामक अपनी मुंह बोली हिन्दू बहन से तिलक कराकर इस सामाजिक सद्भाव व भाईचारे की परम्परा को आगे बढ़ाया।
मुंह बोली हिन्दु बहन से तिलक कराकर मुस्लिम भाई काफी खुश हैं। कुछ दिन पूर्व इन मुस्लिम युवकों ने रक्षा बंधन के त्यौहार पर ग्राम प्रधान मुनेश देवी के आवास पर जाकर उनसे अपनी कलाई पर रक्षा सूत्र बंधवाया था। जिसके बाद ग्राम प्रधान ने गांव की हिंदू बहनों से गांव के मुस्लिम भाइयों की कलाइयों पर राखी बंधवाने की परंपरा को आगे बढ़ाया। भैया दूज पर मुस्लिम युवकों ने हिन्दू बहनों को उपहार स्वरुप मुस्लिम और हिन्दू भाई चारा बढ़ाने का वचन दिया।