Friday, April 19, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutदुकानें बंद, गरीबों को कैसे मिले राशन

दुकानें बंद, गरीबों को कैसे मिले राशन

- Advertisement -
  • शासन के आदेशों की उड़ रहीं धज्जियां, शहर में बंद पड़ी रहती हैं अधिकांश दुकानें

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: मेरठ में खुलेआम शासन के आदेशों की अवहेलना की जा रही है। यहां आम लोगों के लिये आये राशन को बांटा नहीं जा रहा है। जिसके चलते कार्डधारक परेशान हैं। दुकानदार अपनी मर्जी से राशन का वितरण कर रहे हैं जिसके चलते कार्डधारक परेशान हैं। कहीं दुकाने खोली ही नहीं जा रही हैं तो कहीं पर कार्डधारकों को राशन पूरा नहीं दिया जा रहा है इसे लेकर शिकायतें भी की जा रही है, लेकिन कोई सुनने का तैयार नहीं है।

बता दें कि कोरोना महामारी के चलते कार्डधारकों को महीने में दो बार राशन दिये जाने की योजना शुरू हुई है। जिसमें पहली बार रुपये लेकर राशन दिया गया और अब दूसरी बार फ्री राशन दिया जा रहा है। इसमें प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत प्रति यूनिट तीन किलो गेहूं व दो किलो चावल दिया जा रहा है, लेकिन कई जगहों पर शिकायत सामने आई है कि कोटेदार लोगों को सही तरह से वितरण नहीं कर रहे हैं।

वह कार्डधारकों को कम राशन दे रहे हैं। फोर्थ एरिया में श्यामनगर स्थित नाजरीन नाम से दुकान है जिसे अकील नाम का व्यक्ति अवैध रूप से चला रहा है। इसके अलावा अहमदनगर में भी प्रशांत नाम का व्यक्ति दुकान चला रहा है, लेकिन यहां कोटेदारों का आरोप है कि वह लोगों को पूरा राशन नहीं दे रहा है। जिसे लेकर लोगों ने वहां हंगामा भी किया। इसे लेकर रोजाना हंगामा हो रहा है, लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

मलियाना में बंद पड़ी दुकान, लोग परेशान

मलियाना में शेखर नागर के नाम से सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान है। यहां सोमवार को भी दुकानदार ने दुकान को बंद कर रखा था। इसे लेकर लोगों ने शिकायत भी की है कि लोगों को समय पर राशन नहीं दिया जा रहा है। बता दें कि कोरोना काल में होने वाले सभी अवकाशों को बंद कर दिया गया था।

यहां 20 तारीख से 31 तक फ्री वाला राशन बांटा जा रहा है, लेकिन यहां दुकानदार की दुकान पर चार बजे करीब ही ताला लगा मिला। शहर में कई ऐसे दुकानदार हैं जो अपनी मनमर्जी चलाते हैं जिसके कारण कोटेदारों को परेशान होना पड़ता है। इस संबंध में कई बार आलाधिकारियों से भी शिकायत की जा चुकि है। यहां घटतौली तक की शिकायत अधिकारियों से की जा चुकी है, लेकिन कोई ध्यान देने वाला नहीं है।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments