- उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बोले-हम शहीदों को क्यों भूल गए, इतिहास में सही जिक्र नहीं हुआ
- योगी बोले- चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के विकास में पीएम का विशेष योगदान
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि 2047 में भारत विश्व गुरु बन जाएगा। आज पूरा विश्व भारत का लोहा मान रहा है। आज पूरा विश्व देख रहा है कि प्रधानमंत्री क्या बोलेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने ठान लिया है कि देश की प्रतिष्ठा को कुंठित, धूमिल करना है। उनमें से एक को आंखों के सामने देखा। उपराष्ट्रपति शनिवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय आयुर्वेद सम्मेलन और पुलिस प्रशिक्षण स्कूल में स्वतंत्रता सेनानी धन सिंह कोतवाल की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर बोल रहे थे।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि जो सोचा नहीं था, वह आज आंखों के सामने पूरा हो रहा है। आज जो सुनने को मिल रहा है, वह मन को प्रसन्न करता है। उन्होंने कहा कि आज विकास की गंगा इसी राज्य में बह रही है। कानून व्यवस्था के मामले में उत्तर प्रदेश आज उत्तम प्रदेश है। जब हालात दूसरे थे, पुलिसकर्मियों को डराया जाता था, लेकिन आज हालात अलग है, पुलिसकर्मी सही तरीके से काम कर रहे हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में मेरा यह औपचारिक रूप से पहला आगमन है।
उन्होंने कहा कि यह आगमन जीवन में हमेशा यादगार रहेगा। उपराष्ट्रपति ने कहा कि मेरे मन में एक नाराजगी है कि हम शहीदों को क्यों भूल गए। उन्होंने कहा कि हमारे इतिहास में इनका जिक्र सही ढंग से क्यों नहीं किया गया। कहा कि आज पूरा विश्व भारत का लोहा मान रहा है। उन्होंने कहा कि मैं मेरठ से पॉजिविटी लेकर जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि जो भी उत्तर प्रदेश में रह रहा है, वह बहुत गौरवशाली है।
उन्होंने कहा कि 2047 में भारत विश्वगुरु होगा। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष मंत्रालय बेहतरीन कार्य कर रहा है। ऋषि और साधुओं ने आयुर्वेदिक पद्धति को बढ़ावा दिया था। आयुर्वेदिक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। चरक संहिता, सुश्रति का योगदान पुराना है। आयुर्वेदिक की तरफ लोगों का प्रचार हो रहा है। कोविद काल में इसे काफी समझा गया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के विकास में प्रधानमंत्री का विशेष योगदान है। इसके लिए आयुष मंत्रालय बनाया गया। 21 जून को पूरी दुनिया योग दिवस मनाती है। हर जनपद, प्रांत और परिवार योग से जुड़ता है। प्रधानमंत्री के प्रयास सबके सामने दिख रहे है। मेरे सामने इस सम्मेलन का प्रस्ताव आया तो खुशी हुई।