- प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने दिये कार्रवाई के आदेश
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: पीएल शर्मा रोड से तिलक रोड का लिंक हैं। इसकी गली में रसूखदार ने बड़े बेसमेंट की खुदाई करा दी हैं, जिसके चलते कई मकानों में दरार आ गई हैं। बेसमेंट खुदाई की कोई अनुमति मेरठ विकास प्राधिकरण से भी नहीं ली हैं। एक दिन से नहीं, बल्कि खुदाई पिछले छह माह से चल रही हैं। इसको प्राधिकरण के इंजीनियरों ने भी मौन स्वीकृति दे रखी हैं, लेकिन शनिवार को मकानों में दरार आने के बाद यहां के लोग प्राधिकरण उपाध्यक्ष से मिले तथा कार्रवाई की मांग की।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने तत्काल इसमें कार्रवाई करते हुए एक टीम तिलक रोड पर भेजकर रसूखदार के बेसमेंट के निर्माण को फिलहाल रुकवा दिया हैं, लेकिन बाकी कोई कार्रवाई नहीं की। पिछले छह माह से इस बिल्डिंग में बिना मानचित्र स्वीकृति के निर्माण चल रहा था। जब शहर में इतनी सख्ती है तो फिर इंजीनियर इसमें निर्माण कैसे होने दे रहे हैं। ये भी बड़ा सवाल हैं। क्या इसमें इंजीनियरों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
हम बात कर रहे हैं दास भवन तिलक रोड की। प्राधिकरण उपाध्यक्ष को दी गई शिकायत में कहा गया है कि दो मंजिला बेसमेंट इस कोठी में बनाया जा रहा हैं, जिसके चलते ही मकानों में दरार आई हैं। ऐसे में मकान गिर भी सकते हैं, जिसके चलते बड़ा हादसा पेश आ सकता हैं। यही नहीं, बीच में गली थी। गली के सामने का मकान भी खरीदकर सर्वाजनिक गलि को भी अपनी कोठी में मिला लिया हैं, जिसको लेकर भी लोगों ने आपत्ति करते हुए इसकी शिकायत नगर निगम में की हैं, ताकि जिस गली को कोठी में मिलाकर कब्जा किया गया हैं,
उस जमीन को कब्जा मुक्त कराया जा सके। दरअसल, प्राधिकरण और नगर निगम के अधिकारी छह माह से चल रहे निर्माण के बाद भी नींद में थे। इनको पता ही नहीं चला कि तिलक रोड पर इतना बड़ा निर्माण चल रहा हैं। ट्रकों से मिट्टी निकाली जा रही हैं। दो मंजिला बेसमेंट बन रहा हैं, जिसको देखकर ही लगता है कि यहां पर कोई भी हादसा हो सकता हैं, मगर इसकी चिंता प्राधिकरण के इंजीनियरों को नहीं हैं। क्योंकि इंजीनियरों की सेटिंग से ही ये पूरा खेल चल रहा था। ऐसा आरोप आसपास के लोगों ने प्राधिकरण के सामने लगाया हैं।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने इसमें कार्रवाई करते हुए एक टीम भेजकर निर्माण कार्य को बंद कराने के आदेश दिये हैं। हालांकि अभी निर्माण बंद कर दिया हैं, लेकिन कहा जा रहा है कि रात के अंधेरे में बेसमेंट का निर्माण चलता हैं। ये शिकायत प्राधिकरण उपाध्यक्ष को ही नहीं, बल्कि कमिश्नर को भी क्षेत्र के लोगों ने की हैं। मकानों में आयी दरार के फोटो भी अधिकारियों को दिखाये गए हैं।
फॉगिंग कर्मियों स्वच्छता मित्रों पर गिरी गाज
मेरठ: वार्ड-74 में शुक्रवार शाम नगर निगम द्वारा कराई जा रही फॉगिंग के दौरान दो मासूम बच्चों के साथ ही करीब 10 महिलाओें की हालत बिगड़ गई थी। पार्षद शाहिद पहलवान ने बताया था कि बरकत पुत्र मज्जू के परिवार में महिला की मौत के बाद तीजा का कार्यक्रम चल रहा था। जिसमें परिवार के सदस्यों के साथ मोहल्ले की महिलाएं भी वहां मौजूद थी। इस दौरान वहां फॉगिंग कर्मी जा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जिस परिवार में तीजा चल रहा था, वहां पर भी फॉगिंग कर दी।
जिसमें दो मासूम बच्चों समेत दर्जनभर महिलाओं की हालत भी बिगड़ गई थी। जिन्हें आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रात में अपर नगर मजिस्ट्रेट एवं प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने भी बीमारों का हाल जाना। जिसमें एक महिला व दो बच्चों की हालत नाजुक बनी हुई थी। जिसमें शनिवार को स्वास्थ्य में भी सुधार बताया गया। इस मामले में फॉगिंग कर्मचारियों स्वच्छता मित्रों की नगर निगम द्वारा सेवा समाप्त कर दी गई।
इस संबंध में प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. हरपाल सिंह द्वारा बताया गया कि फॉगिंग गली या सड़कों पर की जाती है न कि घरों में जाकर। जिसमें दोनों स्वच्छता मित्रों की लापरवाही सामने आई। वह किसके कहने पर मकान के अंदर फॉगिंग करने जा पहुंचे। जिसमें स्वच्छता मित्र कपिल व रोबिन की सेवा समाप्त कर दी गई है।