- दो दिन में गिर सकती है गाज, इंस्पेक्टर का हो सकता है निलंबन
जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: अंबाला रोड स्थित एक अंग्रेजी शराब ठेके के सेल्समैन को जाति पूछकर जूतों से पीटने के आरोपी आबकारी इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह यादव पर गाज गिर सकती है। दरअसल, यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है और दलित संगठन आंदोलन के मूड में हैं। उधर, उच्चाधिकारियोंं ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। मेरठ में भी बड़े अधिकारियों के संज्ञान में यह मामला आ चुका है। फिलहाल, पीड़ित दलित समाज से है। उसने आबकारी विभाग को प्रार्थना-पत्र दिया है।
बता दें कि सहरानपुर में आबकारी इंस्पेक्टर उपेंद्र कुमार की करीब दो साल से ज्यादा समय से तैनाती है। जिस सेक्टर में उनकी तैनाती है, वहां शराब की ओवररेटिंग के साथ-साथ उनकी दबंगई और अवैध वसूली के आरोप समय-समय पर लगते रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि यह इंस्पेक्टर एक सपा नेता का बड़ा करीबी है और भाजपा सरकार में भी अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देकर रौब-गालिब करता है। इंस्पेक्टर की दबंगई के चलते विभाग के उच्च अधिकारी भी उसके सामने कुछ नहीं बोल पाते। बहरहाल, अंबाला रोड के एक अंग्रेजी शराब ठेके पर दलित सेल्समैन का जाति पूछकर उसे जूतों से मारना इंस्पेक्टर को महंगा पड़ सकता है।
यह वीडियो वायरल होने से सनसनी फैली हुई है। विभागीय अधिकारियों में भी हड़कंप है। जिला आबकारी अधिकारी वरुण कुमार ने मीडिया के समक्ष कहा है कि पूरा मामला उनके संज्ञान में है। वायरल हुई वीडियो भी उनके पास है। इसकी जांच कराई जा रही है।
पूरा मामला मेरठ के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में ला दिया गया है। जांच के बाद ठोस कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उधर, आरोपी इंस्पेक्टर दिन भर भूमिगत रहा। लेकिन, दलित संगठन आगबबूला हैं। अगर जल्द ही इंस्पेक्टर का निलंबन हुआ तो यह मुद्दा तूल पकड़ सकता है। दलित महासभा, भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी भी इस मुद्दे पर तल्ख रुख अपना सकती है।