- बगैर एनओसी के एक साथ दो स्थानों पर नौकरी के हैं आरोप
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नानक चंद एग्लो डिग्री कालेज के प्रधानाचार्य के एक साथ दो स्थानों पर बगैर एनओसी के नौकरी कर वेतन लेने के आरोपों की जांच के लिए कालेज की प्रबंध समिति ने जांच कमेटी का गठन कर दिया है। तीन सदस्यीय जांच कमेटी के संयोजक पूर्व विधायक राजेन्द्र शर्मा को बनाया गया है। इस मामले की शिकायत करने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट कुलदीप शर्मा के द्वारा शासन व जिलाधिकारी तथा प्रबंध समिति को भेजे गए पत्र का संज्ञान लेते हुए यह जांच कमेटी गठित की गयी है।
जांच कमेटी ने मांग साक्ष्य
मामले की शिकायत करने वाले कुलदीप शर्मा ने जानकारी दी कि उनसे जांच कमेटी के संयोजक राजेन्द्र शर्मा ने पत्र भेजकर उक्त मामले की जांच के लिए साक्ष्य उपलब्ध कराने को कहा है। इस पत्र के मिलने के बाद उन्होंने तमाम साक्ष्य जांच कमेटी के संयोजक को मुहैय्या करा दिए हैं।
ये हैं आरोप
एनएएस डिग्री कालेज के प्रिसिंपल पर आरोप है कि उन्होंने मेरठ कालेज में कार्यरत होने के दौरान सीसीएसयू में भी नौकरी की एवज में मानदेय लिया। इतना ही नहीं सीसीएसयू को सेवा देने से पूर्व मेरठ कालेज से एनओसी तक नहीं ली गयी जो सेवा नियमावली शर्तों का गंभीर उल्लंघन है।
कुलदीप शर्मा ने बताया कि इस संबंध में सबसे पहले कालेज की प्रबंध समिति को ही अवगत कराया गया था। जब कोई कार्रवाई नहीं की गयी तो जिलाधिकारी व शासन को मामले की शिकायत भेजी गयी। उसके बाद ही संभवत जांच कमेटी का गठन किया गया है।
आॅनलाइन साड़ी खरीदने पर ठगे डेढ़ लाख
मेरठ: नौचंदी थाना क्षेत्र फूलबाग कालोनी निवासी एक युवक की पत्नी ने आॅनलाइन साड़ी की खरीद की। इस पर साइबर अपराधियों ने एक एप डाउन लोड कराकर उनसे डेढ़ लाख रुपये की रकम ठग ली। उसके बाद अपना फोन बंद कर लिया। महिला के पति ने साइबर में शिकायत की। नौचंदी थाने में आईटीएक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। नौचंदी थाना क्षेत्र फूलबाग कालोनी निवासी उदयवीर नाम के युवक की पत्नी शशिबाला ने एक सप्ताह पहले आॅनलाइन एक एप डाउन लोड कर कुछ साड़ी खरीद की थी।
जिसके बाद साइबर अपराधियों ने एक के बाद एक एसीसी से डेढ़ लाख रुपये ठग लिए। महिला को जानकारी तब हुई जब एप के फर्जी होने की जानकारी प्रकाश में आई, लेकिन तब तक महिला को झांसे में लेकर अपराधियों ने डेढ़ लाख रकम झटके में ठग ली थी। महिला के पति ने साइबर में शिकातय की। उसके बाद नौचंदी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
फर्जी मामा बनकर चार लाख ठगे
परीक्षितगढ़: थाना क्षेत्र के गांव मिर्जापुर निवासी रतन सिंह पुत्र जैल सिंह गांव में एक किराना की दुकान है। रतन सिंह के मोबाइल पर 30 अक्टूबर को एक अज्ञात व्यक्ति ने कॉल कर दुकानदार को बातों में बहला-फुसलाकर खुदा को फर्जी मामा बनकर वर्क परमिट के नाम पर चार लाख रुपये मांगेते हुए एजेंट के नंबर पर गुगल पेय करने को कहा जिस पर दुकानदार ने गुगल पेय कर दिये। पीड़ित दुकानदार को ठगी का एहसास होने पर उसके होश उड़ गए और साइबर सैल थाने में अज्ञात युवक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी है।
मुंडाली में कलेक्शन एजेंट से 97,410 लूटे
मुंडाली: रकम उगाही कर ब्रांच आफिस लौट रहे कलेक्शन एजेंट से चौपहिया वाहन सवार बदमाश नकदी रखा बैग छीनकर फरार हो गए। मथुरा के मठ थानांतर्गत आशागढ़ी निवासी रविंद्र पुत्र कारे सिंह ने बताया कि वह सत्या माइक्रो कैपिटल लिमिटेड में कलेक्शन एजेंट है। मंगलवार शाम करीब 5:30 बजे वह रछौती, पंचगांव पट्टी, नंगला कबूलपुर से कंपनी की रकम उगाही कर ब्रांच आफिस किठौर जा रहा था।
हापुड़-किठौर मार्ग पर अटौला के जंगल में बाइक खड़ी कर वह शौच करने लगा। बताया कि तभी पीछे से आई एक चार पहिया गाड़ी में सवार बदमाश उसके कंधे से 97,410 रुपये रखा बैग छीनकर फरार हो गए। पीड़ित ने बताया कि बैग में उसका आईकार्ड व अन्य दस्तावेज भी थे। कार्यवाहक थाना प्रभारी सतीश शर्मा का कहना है कि घटना संदिग्ध है। रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
बैंक मैनेजर और स्टाफ पर धोखाधड़ी का आरोप
मेरठ: लिसाड़ीगेट निवासी कंप्यूटर इंजीनियर के नाम पर बैंक आॅफ महाराष्ट्रा शाखा दुल्हेड़ा चुंगी मोदीपुरम ने पांच लाख का लोन लेकर धोखाधड़ी की। पीड़ित निगम बाबू पुत्र चंद्र प्रकाश ने इस मामले की बुधवार को एसएसपी से शिकायत की। उसने बताया कि वह बैंक में कंप्यूटर का काम करने जाता था। आरोपियों ने उसको लोन लेने को कहा। तो एक लाख के लोन के सहमति दे दी। लेकिन आरोपियों ने उसके नाम से पांच लाख का लोन बैंक से ले लिया और चैकों पर उसके फर्जी साइन कराकर रकम निकाल ली। पीड़ित ने मामले में कार्रवाई की मांग की है।