- सेना के बेकाबू ट्रक ने स्कूटी सवारों को रौंदा, युवक की मौत, महिला घायल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: देशभर में सड़कों पर गड्ढों के कारण हो रहे हादसों में होने वाली मौतों पर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता व्यक्त की है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि सड़क पर गड्ढों से होने वाले हादसों में होने वाली मौतों की संख्या कहीं ज्यादा है। शहर और कैंट बोर्ड की सड़कों पर दिखने वाले छोटे-छोटे गड्ढे बड़े हादसों को न्योता दे रहे हैं, मगर प्रशासन मौन है।
सड़कों पर बने गड्ढों से हुए सड़क हादसों में लोग घायल भी हो चुके हैं। कैंट की सड़कों की बदहाली और गड्ढों ने स्कूटी सवार की जान ले ली। कैंट के सेंट जॉन्स स्कूल के समीप सेना के ट्रक से जो हादसा हुआ है। उसके लिए कोई और नहीं बल्कि कैंट प्रशासन के वो अफसर ही असली जिम्मेदार हैं। जिन पर इस सड़क के रखरखाव की दायित्व है।
शनिवार को हादसों का रेड जोन बने सेंट जॉन्स चौराहे पर शनिवार को हुए एक और हादसे में सेना के ट्रक की चपेट में आकर स्कूटी सवार पुरुष की मौत हो गई। वहीं, स्कूटी पर सवार महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। स्कूटी पर सवार एक महिला और पुरुष बेगमपुल से कैंट की तरफ जा रहे थे।
इसी दौरान सेंट जॉन्स चौराहे के निकट पीछे से आ रहे आर्मी के एक ट्रक ने स्कूटी सवारों को रौंद डाला। हादसे में स्कूटी चला रहे युवक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि पीछे बैठी महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना के बाद सड़क पर हड़कंप मच गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने सेना के ट्रक के ड्राइवर को दबोच लिया।
जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल महिला को अस्पताल भेजते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एसओ सदर विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि मृतक की पहचान रजबन निवासी 42 वर्षीय मनीष उर्फ प्रवीण और घायल महिला की पहचान सोनू के रूप में हुई है। बताया जाता है मूल रूप से मवाना निवासी मनीष रजबन बड़ा बाजार निवासी सोनू के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा था।
मनीष जहां केसरगंज में पुरानी कारों की सेल पर्चेज का काम करता था। वहीं, सोनू रजबन में किराने की दुकान चलाती थी। लोगों ने बताया कि इस सड़क के गड्ढों की वजह से दिन में कई बार वाहन चालकों के साथ हादसे होते हैं। अब तक दर्जनों वाहन चालक गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। हादसों का सिलसिला केवल इस सड़क तक ही सीमित नहीं है, कैंट की माल रोड समेत कई सड़के ऐसी हैं जहां से गुजरना मौत और हादसों को दावत देना है।
माल रोड तो पूरे कैंट की वीआईपी रोड में शुमार की जाती है, लेकिन लालकुर्ती थाना के समीप इलाहाबाद बैंक वाले चौराहे पर इस सड़क की हालत ऐसी नहीं कि यहां से आसानी से गुजरा जा सके। इसके अलावा मवाना रोड को लिंग करने वाली माल रोड की एक अन्य बाइपास सड़क की हालत भी बद से बत्तर है।
बीआई लाइन सरीखी कई सड़कें ऐसी हैं जिन्हें कैंट अफसरों की नींद टूटने का इंतजार है। आए दिन होने वाले हादसों के चलते जनवाणी ने कैंट की कई सड़कों की बदहाली की बात प्रमुखता से उठायी है। शनिवार को सड़क हादसे में मौत के बाद भी कैंट अफसरों की नींद टूटती है या नहीं इसी से तय होगा कि कैंट की सड़कों का भाग्य बदलेगा या नहीं।