- एसबीआई के लॉकर से 20 लाख रुपये के गहने चोरी होने का प्रकरण
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: पल्लवपुरम फेज वन निवासी एसबीआई बैंक से सेवानिवृत्त सलीमुद्दीन खान के बैंक लॉकर से 20 लाख रुपये के जेवरात चोरी होने के मामले में बैंक मैनेजर और कर्मचारी एवं सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर और उनका परिवार के लोग बयान दर्ज कराने सीओ दौराला के कार्यालय पर कंकरखेड़ा पहुंचे। सीओ कार्यालय पर सलीमुद्दीन खान और उनकी बेटी नीलिमा सहित बैंक मैनेजर और कर्मचारियों के ब्यान दर्ज किए गए। साथ ही पुलिस द्वारा लॉकर रूम में जाकर गहनता से जांच की गई, लेकिन अभी तक पूरा प्रकरण स्पष्ट नही हो सका। हालांकि पुलिस ने अभी इस प्रकरण में रिपोर्ट दर्ज नही की है।
बुधवार को सीओ दौराला शुचिता सिंह ने पीड़ित सलीमुद्दीन खान पक्ष और बैंक पक्ष के लोगो को कंकरखेड़ा स्थित कार्यालय बुलाया। सलीमुद्दीन खान अपनी बेटी नीलिमा और संभ्रात लोगों के साथ सीओ दौराला से मिले। मिलने वालों में वेद इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन अजीत कुमार, बैंक सेवानिवृत अधिकारी अरविन्द शर्मा एवं बैंक सेवानिवृत अधिकारी आरपी शर्मा तथा भारतीय किसान यूनियन दौराला के महकार सिंह, प्रशांत सकौती, डा. विकास वलीदपुर, नवनीत शर्मा दशरथपुर, राजकुमार करनावल एवं राकेश धनकड़ शामिल रहे।
सलीमुद्दीन खान ने सीओ को पूरी घटना की जानकारी देते हुए बताया कि लॉकर में उनकी पत्नी, बेटी, बेटे और बहू के सोने-चांदी और हीरे जड़ित जेवरात थे। जिनकी अनुमानित वैल्यू 18 से 20 लाख थी। सीओ ने दोनों पक्षों से पहले अलग-अलग और फिर आमने-सामने बातचीत की। सलीमुद्दीन ने आरोप लगाया कि ब्रांच मैनेजर का कल भी और आज भी व्यवहार ऐसा था। जैसे ये घटना झूठी है और हमारे लॉकर से चोरी जैसी कोई घटना हुई ही नहीं, लेकिन खुद बैंक से सेवानिवृत्त सलीमुद्दीन खान और उनके साथ आए अन्य बैंक से रिटायर्ड व्यक्तियों ने लॉकर रूम से सम्बंधित तथ्यात्मक बातें बताई।
डिप्टी चीफ टिकट इंस्पेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज
मेरठ: कैंट स्टेशन मंगलवार को डिप्टी चीफ टिकट इंस्पेक्टर और महिला के बीच हुई मारपीट के मामले में जीआरपी ने महिला की शिकायत पर डिप्टी चीफ टिकट इंस्पेक्टर के खिलाफ लूट, मारपीट, अभद्रता, गाली-गलौज करने आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं डिप्टी चीफ टिकट इंस्पेक्टर की शिकायत पर गाली-गलौज, मारपीट और सरकारी कार्य में बाधा डालने की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। डिप्टी चीफ टिकट इंस्पेक्टर ने सीनियर डीसीएम को लिखित शिकायत भेजकर घटना से अवगत कराया है। उन्होंने महिला को बंधक बनाकर पीटने के आरोप को खारिज किया है।
वहीं, दूसरी ओर दोनों पक्षों में समझौते के प्रयास चल रहे हैं। कैंट रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को डिप्टी चीफ टिकट इंस्पेक्टर निधि और कंकरखेड़ा निवासी ऊषा सिसौदिया के बीच मारपीट हुई थी। ऊषा ने जीआरपी को सूचना दी कि उसे डिप्टी चीफ टिकट इंस्पेक्टर ने कमरे में बंधक बनाकर पीटा और उसका पर्स व जेवर लूट लिए। पुरुष रेलवे कर्मियों ने उसका वीडियो भी बनाया। बदहवास हालत में उसका जिला अस्पताल में उपचार कराया गया। दूसरी ओर डिप्टी चीफ टिकट इंस्पेक्टर निधि ने जीआरपी को बताया कि ऊषा सिसौदिया दिल्ली अंबाला इंटरसिटी एक्सप्रेस से कैंट स्टेशन पर उतरीं, जब उनसे टिकट मांगा गया तो उन्होंने पिछले माह की एमएसटी दिखाई। उनके पास प्लेटफार्म टिकट भी नहीं था। उन्होंने ऊषा से रसीद कटवाने को कहा तो उन्होंने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। सरकारी फाइल फाड़ दी।
ऊषा ने उसके परिवार में कई लोगों के पुलिस में होने की बात कहते हुए रौब गालिब करने का प्रयास किया। ऊषा ने थाना जीआरपी पर डिप्टी चीफ टिकट इंस्पेक्टर के खिलाफ तहरीर दी और मुकदमा दर्ज कर लिया गया। उधर डिप्टी चीफ टिकट इंस्पेक्टर निधि पत्नी अनु कुमार ने ऊषा सिसोदिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। डिप्टी चीफ टिकट इंस्पेक्टर मामले की जानकारी सीनियर डीसीएम को लिखित जानकारी दी। निधि ने महिला द्वारा उनके ऊपर लगाए गए मारपीट और नगदी व जेवर लूटने के आरोपों को सिरे से खारिज किया। वहीं, दूसरी ओर जीआरपी के एसआई हीरा सिंह का कहना है कि दोनों पक्षों की तहरीर लेकर दोनों ओर से एक दूसरे के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं।