- अशोक सैनी ने तीसरे चुनाव में लिखी कामयाबी की इबारत
जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: स्थानीय नगर पंचायत के इतिहास में भाजपा के उम्मीदवार ने पहली बार विजय पताका फहराकर नया इतिहास तो रच दिया, लेकिन सफलता के मुकाम तक पहुंचने के लिए केंद्र व राज्य मंत्रियों सहित कई विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर लगानी पड़ी।आजादी के बाद पहली बार कमल खिलाने से कई मिथक टूट गए।
कस्बे में लंबे अरसे से नगर पंचायत की सत्ता अधिकतर दो घरानों के इर्द-गिर्द ही रही है। भाजपा मजबूत केडर वोट रखने के बावजूद फलावदा के निकाय चुनाव में आजादी से अब तक कभी कमल नहीं खिला सकी थी। अशोक सैनी ने जद्दोजहद के साथ मिथक तोड़ने की कोशिश में यह तीसरा चुनाव लड़ा।
इस बार भाजपा के लिए हॉट सीट बनी इस निकाय पर पूरी लामबंदी के साथ चुनाव लड़ा गया। कामयाबी की इबारत लिखने को प्रचार अभियान में भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम, केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, राज्य मंत्री दिनेश खटीक, कपिल देव अग्रवाल के अलावा पुरकाजी विधायक प्रमोद ऊंटवाल, रक्षा मंत्री राजनाथ के बेटे पंकज आदि दिग्गज नेताओं को फलावदा की सर जमीन पर उतरना पड़ा।
साथ ही अरसे से पंचायत की सत्ता पर काबिज चले आ रहे प्रतिद्वंदी नेताओं द्वारा अलग-अलग प्रत्याशी मैदान में उतारे जाने से भी अशोक सैनी की राह आसान हो गई। अशोक सैनी ने विजय पताका फहराकर पंचायत की सत्ता तो भाजपा के नाम कर दी, लेकिन वार्ड सभासदों की अधिक सीटे विपक्ष के खाते में पहुंच गई है।
कहा जा रहा है कि नगर पंचायत बोर्ड चलाने के लिए उन्हे विपक्षी सभासदों का सहारा लेना पड़ेगा। बहरहाल भाजपा के अशोक सैनी ने पहली बार कमल खिलाकर नगर की सियासत में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। चुनाव परिणाम से फलावदा में मुद्दत से चले आ रहे कई मिथक टूट गए।
बुनियादी सुविधाओं को जनता तक पहुंचाना प्राथमिकता
नवनिर्वाचित चेयरमैन अशोक सैनी ने चार हजार से अधिक वोट लेकर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी फुरकान को करीब 800 से अधिक वोटों से पराजित किया है। नव निर्वाचित चेयरमैन अशोक सैनी का कहना है कि कस्बे वासियों के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता रहेगी। ईमानदारी से काम किया जाएगा। स्थानीय नगर पंचायत में अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए अशोक सैनी ने जीत दर्ज करने के बाद कहा कि उनकी जीत का श्रेय नगर के गणमान्य लोगों को जाता है जनता और
सम्मानित लोगों के सहयोग से जीत मिली है। अशोक सैनी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता नागरिकों के लिए परिवहन व्यवस्था, शिक्षा व्यवस्था, पानी की निकासी, तालाब के सौंदर्यीकरण को लेकर रहेगी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि चेयरमैन पद कांटों का ताज बेईमान लोगों के लिए होता है ईमानदारी से काम करने वालों के लिए कोई दिक्कत नहीं होती।