- गत वर्ष 2023 में मेडिकल कालेज सर्पदंश के शिकार 65 गंभीर मरीज थे पहुंचे
- सभी की स्थिति थी गंभीर, कुछ की हालत लास्ट स्टेज सरीखी थी नहीं मरने दिया किसी को
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एलएलआरएम मेडिकल के डाक्टरों ने सर्पदंश के शिकार ऐसे 65 लोगों को नयी जिंदगी दी जिनके परिजनों की आस टूट चुकी थी, सब जगह से वो निराश हो चुके थे, लेकिन जब अपने मरीज को मेडिकल में लेकर आए तो वहां के चिकित्सकों ने उन्हें मुस्कुराने का मौका दिया। मेडिकल कालेज के मीडिया प्रभारी डा. वीडी पांडेय ने बताया कि मेडिसिन विभाग मेडिकल कालेज में गत वर्ष 2023 में 65 सर्पदंश के मरीजों का इलाज सफलतापूर्वक किया जा चुका है। जिनमें से कई मरीज गंभीर अबास्था में भर्ती हुए थे, अफरोज जिसको वाइपर जाति के बहुत ही जहरीले सर्प ने काट लिया था।
जिसको गाजियाबाद से रेफर किया गया था। मरीज के शरीर के कई हिस्सों से खून बह रहा था और बेहोशी की हालत में भर्ती कराया गया था। जिसका उपचार प्रो. डा. आभा गुप्ता और डा. सूर्य किरण कार्तिकेय मलिक की यूनिट के अन्तर्गत किया गया और मरीज को सफलतापूर्वक ठीक कर घर भेजा गया। इंदू नामक मरीज जोकि हापुड़ निवासी को कैरत जाति के सर्पदंश के कारण मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग में भर्ती हुआ था। जिसको सांस की गंभीर समस्या हो रही थी।
जिसको वेंटीलेटर पर रखकर कई दिनों तक इलाज किया गया और उपचार के उपरांत घर भेजा गया। मरीज अर्जुन निवासी मेरठ को कोबरा सर्पदंश के कारण प्रो. डा. श्वेता शर्मा और डा. विवेक ऋषि की यूनिट के अन्तर्गत अत्यंत गंभीर अवस्था में भर्ती किया गया था। इस मरीज का इलाज भी सफलतापूर्वक किया गया और उपचारोपरांत पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाने पर घर भेजा गया। प्रधानाचार्य डा. आरसी गुप्ता ने मेडिसिन विभाग की टीम को सफल इलाज करने के लिए बधाई दी।