जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जनपद में इस समय खनन माफिया व्यापक स्तर पर मिट्टी का सीना चीर रहे हैं। एक-दो जगह नहीं, बल्कि शहर से सटे करीब 50 स्थानों पर खनन का काम चल रहा है। लाखों घन मीटर मिट्टी का अवैध खनन इन प्वांइटों पर चल रहा है। स्याह अंधेरी रात में जेसीबी चलने लगती हैं तो डंफर सड़क पर दौड़ने लगते हैं।
हर रोज ये डंपर कितने थानों की सीमा लांघते हैं, मगर पुलिस इनको रोकती नहीं है। क्योंकि पुलिस से इनकी सेटिंग चल रही है, जिसके चलते बेरोक-टोक ये धंधा चल रहा है। रोहटा रोड मिट्टी खनन का बड़ा सेंटर है। सिंधावली के जंगल में व्यापक स्तर पर मिट्टी का खनन चलता है। यह खनन रात के अंधेरे में चलता है।
बड़ी मात्रा में डंपर इसमें जुटे हुए हैं। दूसरा बड़ा सेंटर है सरधना क्षेत्र। यहां पर भी व्यापक स्तर पर हर रोज मिट्टी का खनन चल रहा है। यह मिट्टी कुशावली व अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से डंपर में लादकर लायी जाती है। सरधना क्षेत्र से जो मिट्टी आती है, वो पीला रेता है,जो दूसरे स्थानों पर नहीं मिलता। वहां व्यापक स्तर पर मिट्टी का खनन चल रहा है। इसकी कोई अनुमति नहीं ली जाती, जिससे खनन करने वाले राजस्व का नुकसान भी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ लेते ही जिन मुद्दों को प्राथमिकता पर रखा था, उनमें खनन भी प्रमुख था। कुछ माह तो खनन के नियमों का पालन होता नजर आया, लेकिन फिलहाल खनन और पुलिस विभाग की सेटिंग से खनन माफिया मिट्टी के अवैध खनन में जुटे हुए हैं।
हापुड़ रोड से गढ़ रोड के बीच और किला रोड से मवाना रोड के बीच भी व्यापक स्तर पर मिट्टी का खनन चल रहा है। भावनपुर थाना क्षेत्र के मेदपुर गांव के जंगल में भी खनन चलता है। यहां से डंपर मिट्टी भरकर दतावली, गोकलपुर, गढ़ रोड से नोबल पब्लिक स्कूल के पास से गुजरते हैं।
बाइपास पर ये डंपर सराय काजी और काजीपुर होते हुए हापुड़ रोड पर मिट्टी लेकर पहुंचते हैं। इस तरह से शहर के प्रत्येक दिशा में खनन की मिट्टी पहुंच रही है। सरधना रोड पर व्यापक स्तर पर खनन की मिट्टी विकसित की जा रही कॉलोनियों में पहुंचाई जा रही है, मगर यहां पर कोई इन्हें नहीं रोक रहा है।