जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सदर स्थित गुफा वाले मंदिर में प्रवेश करते ही मां वैष्णों देवी मंदिर के दर्शन जैसा प्रतीत होता है। यह मंदिर सालों से भक्तों की बीच आस्था का केंद्र बना हुआ है। जो भी श्रद्धालु कटरा के वैष्णो देवी धाम जाने से वचिंत हैं, वह शहर में ही माता रानी की गुफा के दर्शन कर सकते हैं।
मंदिर में प्रवेश करते ही ऐसा प्रतीत होता है जैसे वैष्णो धाम के ही दर्शन किए हो। इस मंदिर में वैष्णों धाम की भांति कृत्रिम गुफा बनाई गई है। जिसमें मां काली, लक्ष्मी और सरस्वती स्वरूप पिंडी भी विराजमान है। जिसके दर्शन करने दूरदराज से श्रद्धालु आते हैं। मंदिर में मां दुर्गा और भैरव बाबा को भी स्थान दिया गया है।
कटरा के कारीगरों ने तैयार की है गुफा
गुफा वाले मंदिर का निर्माण 1970-72 में किया गया था, लेकिन यहां पर वैष्णो देवी की गुफा वर्ष 2007 में बनाई गई थी। इस गुफा को कटरा से आए कारीगरों द्वारा ही बनाया गया था। जो कि हुबहू वैष्णो देवी मंदिर की गुफा की तरह ही बनाई गई है। इस गुफा में पानी भी चलता है। नवरात्र के दिनों में यहां पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। मंदिर के मुख्य पुजारी सियानंद शर्मा ने बताया कि हर साल यहां पर माता की चौकी नवरात्र के दिनों में होती है, लेकिन इस बार कोरोना के चलते कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया।
नवरात्र के चौथे दिन मां कूष्मांडा का हुआ पूजन
शारदीय नवरात्र के चौथे दिन मां कूष्मांडा का पूजन किया गया। इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं ने लौंग और कपूर के साथ देवी के इस स्वरूप की पूजा की। बता दें कि मां कूष्मांडा तेज की देवी हैं। सभी वस्तुओं और मनुष्यों में जो भी तेज है वह कूष्मांडा मां की ही देन है। वहीं, मान्यता है कि जब सृष्टि नहीं थी और चारों ओर अंधकार था तब मां कूष्मांडा ने ब्रह्मांड की रचना की थी।
देवी के चौथे स्वरूप की पूजा करने के लिए सवेरे से ही मंदिरों में भक्तों का तांता लगना शुरु हो गया। हालांकि संक्रमण काल के चलते सभी मंदिरों द्वारा सावधानियां बरती गईं। घरों में लोगों ने सुख समृद्धि की कामना के लिए व्रत रखा और विधि-विधान के साथ मां की आराधना की।
जागृति विहार मां मंशा देवी मंदिर, शास्त्रीनगर गोल मंदिर, बाबा औघड़नाथ मंदिर, सदर काली मंदिर, सदर वैष्णो धाम मंदिर आदि में सुबह के समय मां का शृंगार किया गया। इसके बाद आरती की गई। शास्त्रीनगर स्थित गोल मंदिर में गोल मंदिर सेवा समिति व दुर्गा परिवार सेवा समिति द्वारा लाइव आरती का प्रसारण मंगलवार को भी किया गया। जिसमें भक्तों ने सोशल मीडिया के जरिए मां की मनमोहक छठा घर बैठे ही देखी।