Friday, April 19, 2024
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घर की तिजोरियों पर नेपाली नौकरों की नजर

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  • हैरानी: बिना सत्यापन के रख लिया नेपाली नौकर
  • नौकर सप्लाई करने वाले के पास भी रिकार्ड नहीं
  • एजेंसी मालिक हिरासत में, शहर की तीसरी वारदात

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: सुनने में जरुर अटपटा लग सकता है और इससे उन ईमानदार और भरोसेमंद नेपाली नौकरों को ठेस भी लग सकती है लेकिन इस वक्त हकीकत यह है कि महानगर में नेपाल के कुछ नौकरों ने आतंक मचा रखा है। शहर में तीन बड़ी घटनाओं में इस तरह के नेपाली नौकरों का नाम आने पर चर्चाएं जोर पकड़ रही है कि एजेंसिया बिना सत्यापन के नेपाली नौकरों को घरों में क्यों भेज रही है। हैरानी की बात यह है कि जिस नेपाली नौकर को प्रदीप गुप्ता ने अपने घर में रखा था उसके बारे न तो परिवार कुछ जानता है और न ही नौकर भेजने वाली एजेंसी। पुलिस ने एजेंसी मालिक अमन सिद्धु को हिरासत में ले लिया है।

नेपाली नौकर के भरोसे घर छोड़ना बिल्डर के परिवार को भारी पड़ गया। शहर में एक नया ट्रेंड आया है कि लोग नेपाली नौकरों के प्रति ज्यादा निर्भर होते जा रहे हैं। इन नौकरों को जो एजेंसिया घरों में भेजती हैं वो पूरी तरह से सत्यापित नहीं होते हैं। एजेंसी वाले भी एक महीने का वेतन लेने के बाद नौकरों को भगवान भरोसे छोड़ देते हैं। प्रदीप गुप्ता परिवार के साथ कमला नगर में रहते हैं।

वह तीन बार पार्षद भी रह चुके हैं और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं। पूरा परिवार रविवार दोपहर मंगनी में चला गया था। घर की सुरक्षा के लिए गार्ड राकेश, मनोज और नेपाल निवासी नौकर वीर बहादुर को छोड़ गए थे। राकेश की ड्यूटी रात की शिफ्ट में थी। वीर बहादूर सांची की शादी के लिए सेफ में रखी ज्वैलरी और परिवार के पुश्तैनी आभूषण लेकर भाग गया।

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दो नवंबर को रेलवे रोड की नई प्रेमपुरी कालोनी में डाक्टर अमिताभ गौतम और उनकी पत्नी कविता गौतम मथुरा व आगरा गए थे। घर पर उनका नेपाली नौकर सौमिल और नौकरानी माला थी। माला काम निपटाकर शाम पांच बजे अपने घर चली गई। शाम करीब सात बजे कविता गौतम ने माला को फोन करके बताया कि वह घर लौट रहे हैं,

इसलिए खाना तैयार कर दे। तभी माला अपने घर से डाक्टर के घर पहुंची तो मुख्य द्वार का ताला खुला था और नौकर सौमिल गायब था। बाद में पता लगा कि सौमिल पचास लाख से अधिक कीमत के जेवरात और नगदी लेकर फरार हो गया। पुलिस उसे ढूंढने नेपाल भी गई, लेकिन वो हाथ नहीं आया।

खीर और पराठा खिलाया गार्ड को

घर की सुरक्षा के लिए गार्ड राकेश, मनोज और नेपाल निवासी नौकर वीर बहादुर को छोड़ गए थे। राकेश की ड्यूटी रात की शिफ्ट में थी। रविवार को दिन में वीर बहादूर ने गार्ड मनोज को खीर और पराठा खिलाया। मनोज के बेहोश होने पर वीर बहादुर सांची की शादी के लिए सेफ में रखी ज्वैलरी और परिवार के पुश्तैनी आभूषण लेकर भाग गया।

डकैती की भी हुई चर्चा

चोरी की वारदात की जानकारी पर पहुंचे लोगों का कहना था कि नेपाली नौकर ने अपने साथियों के साथ मिलकर डकैती डलवाई है। नेपाली नौकर ने अपने साथियों को बुला लिया हो और लूटपाट की और गार्ड को बेहोश करके चले गए। इस चर्चा पर उस वक्त विराम लग गया जब पीड़ित प्रदीप गुप्ता ने चोरी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।

नौकरों का वेरीफिकेशन न के बराबर

एसएसपी का कहना है कि अगर लोग अपने नौकरों का वेरीफिकेशन करवा कर रखें तो ऐसी समस्याओं से बचा जा सकता है। प्रदीप गुप्ता के घर में नौकर वीर बहादुर के बारे में एजेंसी के मालिक अमन सिद्धू ने पुलिस को हिरासत में बताया कि उसके पास भी नेपाली नौकर के कागजात भी नहीं थे। पुलिस ने पूछा कि जब कागजात नहीं थे फिर नौकर क्यों भेजा। इस पर उसका कहना था कि उसको किसी ने कहा था कि नौकर की व्यवस्था कर दो। जिसका खामियाजा पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है।

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