- नानू पुल का निर्माण एक वर्ष के लिए बंद होने की संभावना, अब बपारसी पुल पर शुरू किया गया जांच
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ/सरधना: मेरठ-करनाल हाइवे पर नए नानू गंगनहर पुल के लिए लोगों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। माना जा रहा है कि निर्माण कार्य पूरे एक वर्ष के लिए बंद कर दिया गया है। अगले साल दीपावली के समय गंगनहर का पानी बंद होने पर फिर से निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
फिलहाल एनएचएआई द्वारा यहां से सिर्फ मिट्टी के सैंपल ही लिए जा सके हैं। मिट्टी के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। ताकि पता चल सके कि यहां पुल निर्माण करना तीन कारगर रहेगा। अब एनएचएआई द्वारा बपारसी पुल पर काम शुरू किया गया है। यहां भी पुल के नीचे भराव करके मिट्टी के सैंपल लेने का कार्य किया जा रहा है।
कुल मिलाकर क्षेत्र के लोगों को अभी नया पुल नहीं मिलने वाला है। मेरठ-करनाल हाइवे पर नानू गंगनहर पुल करीब 170 साल पुराना है। ये पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है। क्षेत्र के लोग लंबे समय से नए पुल की मांग कर रहे हैं। करीब एक माह पूर्व एनएचएआई द्वारा यहां नए पुल के लिए निर्माण के लिए कार्य शुरू किया गया था।
जिससे क्षेत्र के लोगों में एक बड़ी उम्मीद जगी थी कि अब तो उन्हें पुराने पुल से निजात मिल ही जाएगी। मगर लोगों के इंतजार का सफर अभी खत्म नहीं हुआ है। क्योंकि नए पुल का सही तरह शुरू होने से पहले ही बंद हो गया है। गंगनहर में पानी आते ही कार्य बंद कर दिया गया।
फिलहाल इंजीनियर्स ने गंगनहर में गड्ढे करके मिट्टी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। सैंपल की रिपोर्ट आने से पहले ही गंगनहर में पानी आ गया। अब माना जा रहा है कि पुल का निर्माण एक वर्ष के लिए बंद हो गया है। अगले साम दीपावली के समय गंगनहर में पानी बंद होने पर ही कार्य किया जाएगा।
अब एनएचएआई द्वारा बपारसी पुल पर कार्य शुरू किया गया है। यहां भी पुल के नीचे भराव करके मिट्टे के सैंपल लेने का कार्य किया जा रहा है। ताकि पता चला सके कि पुल निर्माण के लिए यह जगह कितनी बेहतर है। कुल मिलाकर क्षेत्र के लोगों को अभी और इंतजार करना होगा। निर्माण के नाम पर अभी तक प्राथमिक कार्य भी नहीं हो सके हैं।
बपारसी पुल पर चल रहा कार्य
एनएचएआई ने बपारसी पुल के निकट ही अपना वर्कशॉप बनाया है। यहीं से मेरठ-करनाल हाइवे पर निर्माण की तैयारी की जा रही है। गंगनहर में पानी आने क बाद नानू पुल का निर्माण तो बंद हो गया है। अब बपारसी पुल के निर्माण की तैयारी की जा रही है। सोमवार को भी यहां मिट्टी के भराव का कार्य युद्ध स्तर पर चलता नजर आया। बपारसी पुल के आसपास हाइवे कई जगह से धंस चुका है। इंजीनियर इस बात की भी जांच कर रहे है कि सड़क धंसने का कारण क्या है।
करीब 500 करोड़ का प्रोजेक्ट
मेरठ से करनाल तक बनने वाले इस हाइवे का प्रोजेक्टर करीब 500 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है। जिसमें सात पुल भी शामिल हैं। सात पुलों में नानू गंगनहर पुल व बपारसी पुल भी शामिल है। हाइवे निर्माण के साथ इन दोनों पुलों का निर्माण भी कराया जाएगा। दोनों ही पुल दो लेन हैं। अब नए पुल का निर्माण फोर लेन किया जाएगा।
नानू गंगनहर पुल के निर्माण के लिए अभी तक सिर्फ मिट्टी के सैंपल ही लिए जा सके हैं। सैंपल की रिपोर्ट आने से पहले ही गंगनहर में पानी आ गया। जिसके चलते कार्य को बंद करना पड़ा। पानी रोकने के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखा जाएगा। पानी बंद होता है तो ठीक है। वरना पुल का निर्माण अगले साल ही शुरू हो पाएगा। फिलहाल बपारसी पुल के लिए निर्माण की तैयारी की जा रही है। यहां भी मिट्टी के सैंपल लिए जा रहे हैं। -आरके मिश्रा, प्रोजेक्टर इंजीनियर एनएचएआई