- दो आरोपी दबोचे, टेंपो चालकों ने दिया था लूट की घटना को अंजाम
जनवाणी संवाददाता |
कंकरखेड़ा: देहरादून में तैनात सीडीए अफसर की मौत हादसा नहीं बल्कि हत्या थी। वारदात को अंजाम देने वालों ने पहले उन्हें शराब पिलाई उसके बाद जमकर पीटा और सर्द रात में उन्हें एनएच-58 पर सड़क पर फेंक कर फरार हो गए। इस सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। दो हत्यारे भी दबोच लिए हैं। दोनों टेंपो चालक हैं। पुलिस का दावा है कि उन्होंने लूट के इरादे से युवक की हत्या को अंजाम दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या व लूट का मुकदमा दर्ज किया।
बता दें कि कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में हाइवे स्थित खड़ौली के बाग में सीडीए अधिकारी अंकित पंवार का संदिग्ध परिस्थितियों में शव पड़ा मिला था। सीडीए अधिकारी का शव मिलने की सूचना पर पुलिस में हड़कंप मच गया था। पुलिस ने 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाल कर घटना का सनसनीखेज खुलासा कर दिया। पुलिस ने बताया कि मवाना निवासी रोहन और गंगानगर निवासी आशु ने सीडीए अफसर के साथ मारपीट की थी। ये दोनों टेंपो चालक हैं।
सीओ दौराला अभिषेक पटेल ने बताया कि शामली के आलम गांव निवासी अंकित पंवार पुत्र सुधीर पंवार सीडीए अधिकारी के पद पर लैंसडाउन में तैनात थे। अंकित एक हफ्ते के लिए मेरठ के सीडीए कार्यालय में ट्रेनिंग पर आए हुए थे। शनिवार रात अंकित खाना खाने के बाद हॉस्टल से घूमने के लिए निकले थे। इसके बाद अंकित ने बेगमपुल से एक शराब की बोतल खरीदी। जहां पहले से ही खड़े दो टेंपो चालक शराब व अन्य नशा कर रहे थे। इसके बाद टेंपो चालकों ने अंकित को बहला-फुसलाकर टेंपो में बैठा लिया था। इसके बाद आरोपियों ने अंकित को शराब पिलाकर नशे में धुत कर दिया था।
आरोपी अंकित को टेंपो में बैठाकर पहले जीरो माइल चौराहे पर लेकर पहुंचे। इसके बाद वे अंकित को लेकर सैन्य क्षेत्र में पहुंचे। इसके बाद वे रोहटा रोड से होते हुए खड़ौली पहुंचे थे। जहां उन्होंने सीडीए अधिकारी के साथ मारपीट कर लूट की घटना को अंजाम दिया। आरोपी टेंपो चालक नशे की हालत में सीडीए अधिकारी को सड़क पर ही फेंक कर चले गए थे। आरोपियों ने सीडीए अधिकारी से एक हजार रुपये व मोबाइल लूट लिया था।
पुलिस ने घटना करने वाले दोनों आरोपी टेंपो चालकों को बुधवार देर रात भैंसाली बस अड्डे से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या व लूट का मुकदमा दर्ज कर दिया। पुलिस शुक्रवार को दोनों आरोपियों को जेल भेजेगी। थाना प्रभारी देवेश कुमार सिंह का कहना है कि पुलिस ने दोनों आरोपियों को टेंपो सहित गिरफ्तार कर लिया है। लूट के पैसे व मोबाइल भी बरामद कर लिए हैं।
पुलिस ने 150 से अधिक सीसीटीवी खंगाले
थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक के परिजनों ने दो दिन पूर्व अज्ञात आरोपियों के खिलाफ थाने पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। वहीं, पुलिस घटना के बाद से लगातार आसपास के क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज चेक कर रही थी। पुलिस ने लगभग 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले थे। दोनों टेंपो चालक बेगमपुल पर ठेके के पास लगे सीसीटीवी में सीडीए अधिकारी का पीछा करते हुए दिखाई दे रहे थे।
करोड़ों का सोना लेकर भागने वाले वेस्ट बंगाल में गिरफ्तार
मेरठ: सदर थाना क्षेत्र सदर सराफा बाजार के सर्राफ व्यापारियों का दो किलो सोना लेकर भागने वाले बंगाली कारीगरों को सदर पुलिस ने पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपी से पुलिस ने नब्बे फीसदी सोने की बरामदगी की है।
गत दिनों सर्राफ व्यापारी मनोज वर्मा व विवेक जैन का दो किलो सोना लेकर फरार होने वाले बंगाली ठेकेदार महबूब और कारीगर राजा व हरविंदर को वेस्ट बंगाल वर्धमान जिले से सदर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस तीनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद मेरठ के लिए रवाना हो गई है। पुलिस ने तीनों के पास से डेढ़ किलो से ज्यादा सोना और डेढ़ लाख रुपया बरामद किया है। सदर पुलिस ने तीनों के खिलाफ सदर थाने में मुकदमा दर्ज किया था। जिसके बाद सदर पुलिस की 6 सदस्यी एक टीम एसआई अंकित के नेतृत्व में वेस्ट बंगाल में गई थी। गत सोमवार को सदर बाजार निवासी सर्राफ मनोज वर्मा और विवेक जैन ने सदर पुलिस को जानकारी दी थी कि महबूब सदर सराफा बाजार में जेवरातों की कारीगरी का ठेकेदार है, लेकिन महूबब के स्थान पर उसका बेटा अमीन जेवरात तैयार कर रहा था।
दोनों सर्राफ ने शनिवार को जिसमें मनोज ने चार सौ ग्राम और विवेक ने एक किलो 600 ग्राम सोना अमीन को जेवरात बनाने के लिए दिया था, लेकिन सोमवार को सराफा व्यापारियों को जानकारी मिली कि उनका दो किलो सोना बंगाली कारीगर लेकर चंपत हो चुके हैं। सराफा व्यापारियों ने सोमवार को एसपी सिटी आयुष विक्रम को बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन महामंत्री विजय आनन्द के साथ पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी दी थी।
उन्होंने बताया कि सोमवार सुबह ठेकेदार मेहबूब ने उन्हें बताया कि उनका सोना दो कारीगर राजा और हरविन्दर लेकर भाग गये हैं। उनके बेटे अमीन ने स्थाई कारीगर न होने पर दो कारीगर राजा व हरविंदर को जेवरात बनाने के लिए बुलाया था। जिन्होंने उसके बेटे अमीन के साथ मारपीट कर उसका पूरा सोना और मोबाइल लूट कर ले गये। सदर पुलिस ने घटना के बाद एसपी सिटी के निर्देश पर एक टीम को तीनों बंगाली कारीगर की तलाश में धरपकड़ के लिए रवाना किया था।
जीआरपी पुलिस ने मोबाइल चोर पकड़ा गिरफ्तार कर जेल भेजा
मेरठ: जीआरपी पुलिस अधीक्षक रेलवे मुरादाबाद आशुतोष शुक्ला के निर्देश पर ट्रेनों में 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के अंतर्गत गुरुवार को भी अभियान चलाया गया। जिसमें जीआरपी पुलिस ने चेकिंग के दौरान ट्रेन के भीतर से मोबाइल चोर को धर दबोचा। जिसमें एक ने अपना नाम शिवम शर्मा पुत्र सुंदर मास्टर कॉलोनी गली नंबर-3 ब्रह्मपुरी थाना ब्रहमपुरी बताया। पुलिस ने उसके कब्जे से दो मोबाइल चोरी के बरामद किये।
थानाध्यक्ष जीआरपी विनोद कुमार ने बताया कि पूछताछ में शिवम शर्मा ने बताया कि वह अपने शोक पूरा करने के लिये होने वाले खर्चे को मोबाइल चोरी की घटना को अंजाम देता है। वहीं, थानाध्यक्ष ने बताया कि 17 जनवरी को सचिन पुत्र गोपी निवासी कासमपुर दुर्गा मंदिर को मुकदमा अपराध संख्या 392 आईपीसी के अंतर्गत कोर्ट ने एक हजार रुपये का कोर्ट ने अर्थदंड लगाया व 9 महीने के कारावास की सजा सुनाई है।