जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: स्कूल के बच्चों को अब सिख गुरुओं के इतिहास के बारे में पढ़ाया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों के शहीदी दिवस पर यह घोषणा की। जिसमें उन्होंने कहा कि राज्य के स्कूल करिकुलम में सिख गुरुओं के इतिहास को शामिल किया जाएगा। जिससे छोटे बच्चों को इसका ज्ञान हो सके। योगी सरकार के इस निर्णय की सिख समाज ने सराहना की है।
गुरु गोबिंद सिंह जी महज 09 वर्ष की उम्र में अपने पिता गुरु तेग बहादुर जी महाराज को कश्मीरी पंडितों की रक्षा हेतु बलिदान देने के लिए प्रेरित करते हैं। उस कालखंड में गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान हिंदुओं की रक्षा करने में सहायक बना था: #UPCM श्री @myogiadityanath जी pic.twitter.com/UmGv9qSeqC
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) December 27, 2020
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ ने चार साहिबजादों के शहीदी दिवस के मौके यह घोषणा करते हुए कहा कि स्कूलों और कालेजों को इस विषय पर डिबेट आयोजन करानी चाहिए और इसी तरह यह दिन मनाया जाना चाहिए। अब से सिख गुरुओं का इतिहास सिलेबस का एक हिस्सा होगा।
इसके अलावा सभी स्कूलों में 27 दिसंबर हर साल साहिबजादों दिवस के रूप में मनाया जाएगा। एक ट्वीट के जरिए भी सीएम ने कहा है कि आज का दिन कृतज्ञता ज्ञापित करने का दिन है। गुरु और माता के पुत्र जिन्होंने मातृभूमि, देश और धर्म के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
सीएम के निर्देशानुसान प्रदेश भर के स्कूलों के बच्चे अब सिख गुरुओं के इतिहास के बारे में भी जान सकेंगे। सीएम का कहना है कि सिख समाज अपनी कड़ी मेहनत के लिए जाना जाता है।
सिख गुरुओं ने अपने जीवन का बलिदान दिया। देश हमेशा इसे याद रखेगा। सिख समाज के लोगों ने इस अवसर पर खुशी जताई है और कहा कि मुख्यमंत्री के इस निर्णय का स्वागत करते हैं। इससे सभी को इतिहास के बारे में जानकारी मिलेगी।
यह निर्णय काफी सराहनीय है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद ज्ञापित करता हूं। हमारा इतिहास गौरवशाली और बेहद प्रेरणादायक इतिहास है। इससे सभी को प्रेरणा मिलेगी। -रणजीत सिंह जस्सल, उपाध्यक्ष गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा |
प्रदेश सरकार के इस निर्णय का खुशी से स्वागत करते हैं। बच्चों को इसका ज्ञान आवश्यक दिया जाना चाहिए। इससे बच्चों को काफी प्रेरणा मिलेगी और बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। -गुरविंदर सिंह, प्रबंधक गुरुद्वारा, कीर्तनगढ़ साहिब लेखनागर |