- पावर कारपोरेशन अध्यक्ष ने की कार्य की समीक्षा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डा. आशीष गोयल ने शुक्रवार को ऊर्जा भवन सभागार में कार्य की समीक्षा की। आगामी त्योहारों के मद्देनजर निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने, राजस्व वसूली में वृद्धि, विद्युत लाइन हानियों को न्यूनतम किये जाने और योजनाओं का प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन आदि विषयों पर चर्चा की गयी। बैठक में चैत्रा वी. प्रबंध निदेशक, पश्चिमांचल ने अध्यक्ष का बुके देकर स्वागत किया।
बैठक में एलके गुप्ता (वरिष्ठ सलाहाकार), एसके पुरवार निदेशक (कार्मिक एवं प्रबंधन), एनके मिश्रा निदेशक (तकनीकी), संजय जैन निदेशक (वाणिज्य), स्वतंत्र कुमार तोमर निदेशक (वित्त), मुख्य अभियन्ता ट्रांसमिशन वेस्ट तथा मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, नोएडा, गाजियाबाद एवं बुलंदशहर क्षेत्र के मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता (वितरण/ट्रांसमिशन) एवं अधिशासी अभियन्ता स्तर तक के अधिकारी शामिल रहे।
डा. आशीष गोयल ने कहा कि धनतेरस और दीपावली पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। विद्युत चोरी पर लगाम लगाए, लाइनलॉस कम किये साथ ही रेवेन्यू बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। बैठक के अन्त में, अध्यक्ष उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन द्वारा अधिकारियों का मार्गदर्शन करने पर, प्रबन्ध निदेशक पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। उन्होंने अध्यक्ष को आश्वस्त किया कि राजस्व वसूली में एमओयू के सापेक्ष लक्ष्यों को शत प्रतिशत हासिल किया जायेगा।
मखदूमपुर मेले की तैयारियों में जुटा जिला पंचायत प्रशासन
मेरठ: जिला पंचायत की ओर से मखदूमपुर में गंगा घाट पर लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले की तैयारियों शुरू कर दी गई हैं। एक ओर अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंचकर वहां की जाने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में रिपोर्ट तैयार करने में लगी है, दूसरी ओर मेले को लेकर छोड़े जाने वाले विभिन्न ठेकों के टेंडर की प्रक्रिया भी तेज की दी गई है। मेले में 22 नाव लेकर नाविक और गोताखोर तैनात रहेंगे, जबकि सीसीटीवी कैमरों से मेला क्षेत्र में निगरानी के साथ-साथ, वीडियोग्राफी और एक दर्जन वाच टावर भी बनाए जाएंगे।
हस्तिनापुर ब्लाक के मखदूमपुर गांव में गंगा घाट के किनारे लगने वाले मेले का आयोजन जिला पंचायत की ओर से कराया जाता है। जिसकी तैयारियों के सिलसिले में शुक्रवार को इंजीनियर अखिलेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम मखदूमपुर पहुंची, जिसने प्रारंभिक तौर पर गंगा घाट को समतल करने, मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए सड़क आदि बनवाने के लिए स्थान को चिंहित करने का काम किया।
साथ ही गंगा घाट तक पहुंचने वाले कच्चे मार्ग की मरम्मत किए जाने की जरूरत भी महसूस की गई। जिला पंचायत अपर मुख्य अधिकारी भारती धामा ने बताया कि गंगा किनारे पर इस बार मेला 22 नवंबर से शुरू होगा, जो 27 नवंबर तक चलेगा। जबकि मुख्य आयोजन 26 नवंबर की रात में होगा। मेले में इस लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, इसी को ध्यान में रखते हुए तैयारियां शुरू की गई हैं।
श्रद्धालुओं के लिए रास्ते, स्नान घाट, जरूरी स्थानों पर बैरिकेडिंग, टेंट, लाइट व्यवस्था की जाएगी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया जाएगा, वहीं सीसीटीवी, वीडियोग्राफी और एक दर्जन वाच टावर के जरिये निगरानी की जाएगी। इसके अलावा गंगा में स्नान के दौरान किसी प्रकार के हादसे को रोकने के लिए 22 नाव लेकर नाविक और गोताखोरों की टीम को भी तैनात किया जाएगा।
अपर मुख्य अधिकारी और जिला पंचायत कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस मेले के लिए डीएम दीपक मीणा ने एसडीएम मवाना को मेला मजिस्ट्रेट बनाया है। मेला परिसर में महिला श्रद्धालुओं के लिए अलग शौचालय और कपड़े आदि बदलने की व्यवस्था की जाएगी। गौरतलब है कि अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालु गंगा स्नान मेले में दीपदान और पिंडदान करते हैं। इसके अलावा मेला दिवस में मुंडन संस्कार आदि भी गंगा किनारे पर किए जाते हैं।