जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: नवरात्र के नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग नौ स्वरुपों की पूजा करने का विधान है। शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन मां भगवती की तृतीय शक्ति मां चंद्रघंटा की आराधना की जाती है लेकिन हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार तृतीया और चतुर्थी तिथि एक ही दिन पड़ रही है। जिसके कारण मां चंद्रघंटा और मां कूष्मांडा की पूजा का शुभ संयोग एक ही दिन बन रहा है।
आज शारदीय नवरात्रि की तृतीया तिथि है और मां चंद्रघंटा के साथ कूष्मांडा माता का पूजन भी आज ही किया जा रहा है। इस मौके पर विंध्याचल धाम में शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा के स्वरूप की आराधना पूरे धूमधाम से हो रही है। दर्शन-पूजन करने के लिए सुबह से ही भक्तों का तांता लगा है।
विंध्य क्षेत्र जहां एक ओर मां के जयकारे से गुंजायमान है। वहीं विंध्य की गलियों में कतार में खड़े आस्थावान जगत जननी मां विंध्यवासिनी की एक झलक पाने को लालायित दिख रहे हैं। देवी धाम पहुंचे सिद्ध, बैरागी, योगी और गृहस्थ सभी बड़े ही श्रद्धा भाव से माता के दरबार में मत्था टेक कर मंगल कामना कर रहे हैं।
संचार के इस युग में सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप व फेसबुक उन्नत तकनीक देश व विदेशों में बैठे श्रद्धालुओं के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है। सात समंदर पार निवास करने वाले श्रद्धालु भी इसके जरिए मां विंध्यवासिनी का बैठे बिठाए ही दर्शन कर रहे हैं।
नवरात्र में मां के दर्शन का विशेष महत्व
विंध्य धाम में प्रतिदिन हजारों भक्त दर्शन पूजन के लिए पहुंचते हैं। नवरात्र में मां के दर्शन का विशेष महत्व है। शनिवार तड़के मंगला आरती के पूर्व ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां का दर्शन पूजन करने के लिए पहुंच गए थे।
भव्य मंगला आरती के उपरांत मां का कपाट भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया गया। मां का कपाट खुलते ही आदिशक्ति के जयघोष से पूरा विंध्य धाम परिसर गुंजायमान हो उठा।
गंगा स्नान करने के बाद आस्थावान माला फूल प्रसाद नारियल चुनरी लेकर मंदिर पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु ने पहाड़ पर विराजमान महाकाली मां अष्टभुजी देवी और मां तारा देवी के मंदिर भी पहुंच रहे हैं। पुलिस-प्रशासन की तरफ से संपूर्ण मेला क्षेत्र में चाक-चौबंद इंतजाम कराए गए थे।
हाईटेक पुरोहित यजमानों को लुभाने में जुटे
विंध्यधाम के पुरोहित भी अब नई तकनीक को अपनाते हुए हाईटेक हो रहे हैं। हाईटेक पुरोहित अपने-अपने यजमानों को लुभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। शारदीय नवरात्र पर प्रतिदिन मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन मोबाइल पर वीडियो कॉल के जरिए उन्हें कराया जा रहा है।
कोविड महामारी के चलते शारदीय नवरात्र में आस्थाधाम न आ पाने वाले दिल्ली, कोलकाता, बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, लखनऊ समेत आसपास के जिलों से यजमान प्रतिदिन मंगला आरती समेत अन्य आरती का बैठे बिठाए दर्शन कर रहे हैं।
चरणस्पर्श पर निगरानी के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे
विन्ध्यवासिनी मंदिर के गर्भगृह में चरणस्पर्श पर रोक लगी है। इस पर नजर रखने के लिए दो अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा लगाने का आदेश मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र ने दिया है। शुक्रवार को मंडलायुक्त व जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने मेला का निरीक्षण किया।