- कमिश्नर के यहां अपने आपको अध्यक्ष बताने पर बैठक में उपाध्यक्ष राव आफाक की हुई किरकिरी
- जिला पंचायत सदस्यों ने अध्यक्ष सुभाष वर्मा के कामकाज की तारीफ की
जनवाणी ब्यूरो |
हरिद्वार: जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में उपाध्यक्ष राव आफाक अली और सदस्य बिजेंद्र चौधरी आपस में भिड़ गए। बिजेंद्र चौधरी ने कहा कि राव आफाक गढ़वाल कमिश्नर से मिले थे। उन्होंने आरोप लगाया कि मुलाकात के दौरान राव आफाक ने स्वयं को जिला पंचायत अध्यक्ष बताया। इस पर बोर्ड बैठक में उनकी बड़ी किरकिरी हुई। वहीं राव आफाक ने सुभाष वर्मा को बर्खास्त अध्यक्ष कहने और मामला और तूल पकड़ गया।
शनिवार को जिला पंचायत बोर्ड की बैठक उपाध्यक्ष राव आफाक के रवैये के कारण हंगामेदार रही। जिला पंचायत सदस्य बिजेंद्र चौधरी ने आरोप लगाया कि उपाध्यक्ष राव आफाक अली ने बोर्ड अध्यक्ष के फर्जी विजिटिंग कार्ड बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि बीते दिनों राव आफाक गढ़वाल कमिश्नर से मिले थे।
तब उन्होंने फर्जी विजिटिंग कार्ड देते हुए स्वयं को जिला पंचायत बोर्ड का अध्यक्ष बताया था। उन्होंने विजिटिंग कार्ड की फोटो भी दिखाई। वहीं राव आफाक ने कहा कि ये कार्ड उस समय के है जब जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रभार उनके पास था। उन्होंने कहा बिजेंद्र चौधरी लंबे समय से उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि उनपर पुख्ता साक्ष्य हैं तो मुकदमा दर्ज कराएं। झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने दोनों को शांत कराया। इस बीच राव आफाक ने अध्यक्ष सुभाष वर्मा और सदस्य बिजेंद्र को बर्खास्त सदस्य बोल दिया। इसके बाद बिजेंद्र चौधरी एक बार फिर भड़क गए।
उन्होंने राव आफाक से सदन से माफी मांगने के लिए कहा। राव आफाक ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जिलाधिकारी ने तो दोनों सदस्यों की सदस्यता समाप्त ही कर दी थी। इस पर बिजेंद्र सिंह कुर्सी से खड़े हो गए और उपाध्यक्ष के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने की मांग करने लगे।
विधायक देशराज कर्णवाल और अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने भी उपाध्यक्ष की कथन पर आपत्ति जताई। बिजेंद्र चौधरी बैठक का बहिष्कार कर बाहर जाने लगे तो सुबोध राकेश, भूप सिंह, अमित सैनी, नूरहसन आदि सदस्यों ने किसी तरह मामले को शांत कराया।
इस बीच जिला पंचायत बोर्ड अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने कहा कि शायद उपाध्यक्ष राव आफाक अली को कानून की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि गढ़वाल आयुक्त की कोर्ट ने जिलाधिकारी के आदेश पर रोक लगाई है। उन्होंने कहा कि जब तक उनको शासन से बर्खास्तगी लिखित नहीं मिलता तब तक वे अध्यक्ष बने रहेंगे।
उन्होंने कहा वे अध्यक्ष है और उपाध्यक्ष हैं इस बात में कोई दो राय नहीं है। वहीं झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने कहा कि जब सुभाष वर्मा अध्यक्ष है तब ही तो उन्होंने बैठक बुलाई। वहीं जिला पंचायत उपाध्यक्ष राव आफाक ने दावा किया कि बिजेंद्र चौधरी, सुशील चौधरी, और मुकर्रम ने उनको दो दिन में बर्खास्तगी की चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा उनकी बर्खास्तगी की साजिश रची जा रही है। इस पर कुछ सदस्यों ने कहा है कि राव आफाक ने कार्यवाहक जिला पंचायत अध्यक्ष के रहते हुए बड़ी गड़बड़ी की है यह नियुक्ति में हेराफेरी की है और वित्तीय व अनुशासनहीनता के मामले भी काफी हैं इसलिए उन पर कार्रवाई होना तय है।
इसके बाद बोर्ड की बैठक में विकास संबंधी बहुत सारे प्रस्ताव पारित किए गए । जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने कहा है कि हरिद्वार के विकास के लिए बजट में कमी नहीं आने दी जाएगी। सभी क्षेत्रों का तेजी से विकास जारी रहेगा। जिला पंचायत सदस्यों ने इस बात के लिए प्रसन्नता व्यक्त की कि जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विकास के एजेंडे पर कार्य कर रहे हैं।