- शाहनवाज खान बने टोल प्लाजा के सीनियर मैनेजर
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: एनएच-58 स्थित सिवाया टोल प्लाजा पर सीनियर मैनेजर आपरेशन के पद पर शाहनवाज खान ने ज्वाइन किया। शाहनवाज इससे पहले दिल्ली-आगरा रोड पर इसी पद पर आसीन थे। वह पिछले तीन वर्ष से इस कंपनी से जुड़े हुए है। उनका कहना है कि एनएच-58 से गुजरने वाले यात्रियों को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो। इसके लिए उनका हमेशा प्रयत्न रहेगा और हाइवे पर स्ट्रीट लाइटों को नियमित रुप से समय से जलने और सर्विस रोड पर किसी भी तरह के अतिक्रमण को नहीं होने दिया जाएगा।
सर्दी की शुरुआत हो चुकी है। अब कोहरे का भी अच्छा खासा असर रहेगा। इसलिए हाइवे पर हादसों का ग्राफ बढ़ेगा। हादसों को रोकने के लिए स्ट्रीट लाइटों का जलना ज्यादा बेहतर होगा और सर्विस रोड पर अंधाधुंध तरीके से खड़े वाहनों को रोकना भी टोल प्रबंधन के लिए चुनौती होगी। इस चुनौती को देखते हुए सीनियर मैनेजर आपरेशन शाहनवाज खान ने बताया कि हाइवे पर सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराया जाएगा।
हाइवे पर सर्दी के मौसम में हादसों का ग्राफ न बढ़े। इसके लिए कर्मचारियों को सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए निर्देश दे दिए गए है। टोल पर फास्टैग के लिए भी यात्रियों को प्रेरित किया जा रहा है और यात्रियों को सड़क सुरक्षा परिवहन के आवश्यक दिशा-निर्देश के लिए भी सचेत किया जा रहा है।
सर्दीली होने लगी रात, दिन में गुलाबी ठंड
मोदीपुरम: नवंबर के महीने में धीरे-धीरे ठंड का अहसास बढ़ रहा है। ठंड बढ़ने के कारण लोगों को वायरल के प्रकोप से थोड़ी राहत मिली है। आगामी दिनों में इस बार अच्छी खासी ठंड पड़ने के मौसम विशेषज्ञ संकेत दे रहे है। अगर वैज्ञानिकों की माने तो उनका कहना है कि दिसंबर के महीने में कड़ाके की ठंड पड़ेगी और कोहरे का भी अच्छा खासा असर देखने को मिलेगा।
पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से अब नवंबर के महीने में धीरे-धीरे ठंड बढ़ने लगी है। ठंड के बढ़ने के कारण लोगों को बीमारी से राहत जरूर मिली है, लेकिन अब भी लोगों को बीमारी परेशान कर रही है। राजकीय मौसम वैधशाला पर शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 12.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 91 एवं न्यूनतम आर्द्रता 49 दर्ज की गई।
उधर, मेरठ में प्रदूषण का प्रकोप भी लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों को सांस लेने में दिक्कतें होने लगी है। अस्थमा और दमा के रोगियों को अत्यधिक परेशानी हो रही है। वह इस प्रदूषण की समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन प्रदूषण की रोकथाम के लिए अभी तक कोई भी प्रभावी कदम विभाग द्वारा नहीं उठाया जा रहा है। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ रही है। बढ़ता प्रदूषण हार्ट अटैक के रोगियों की भी परेशानी बढ़ा रहा है। ऐसे में प्रदूषण की रोकथाम होना बेहद जरूरी है।
इन शहरों में प्रदूषण का स्तर
मेरठ 265
बागपत 320
मुजफ्फरनगर 287
मेरठ के इन स्थानों पर प्रदूषण का स्तर
जयभीमनगर 255
गंगानगर 263
पल्लवपुरम 278