- सावधान: पारा पहुंचा 41 डिग्री सेल्सियस के पार
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: नागरिक तेज धूप से बचें। पूरा शरीर कवर करने वाला वस्त्र पहनकर बाहर निकले। साथ ही हल्के कलर का काटन वस्त्र का उपयोग करें। लोगों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए तथा भोजन में भी तरल पदार्थ का सेवन अधिक करें। गर्मी के कारण लोगों के शरीर से ज्यादा पसीना निकलता है तथा लोग डिहाइड्रेशन के शिकार हो जाते हैं। गर्मी के कारण ज्यादा मेहनत करने वाले लोग कभी-कभी बेहोश हो जाते हैं।
इसके कारण कभी-कभी खून इतना गाढ़ा हो जाता है कि शरीर का ब्लड सकुर्लेशन डिस्टर्ब हो जाता है और इस कारण लकवा भी अटैक कर जाता है। यदि किसी के शरीर का तापमान काफी बढ़ जाए और नीचे नहीं गिरे, तो उसके शरीर को कूलर व पानी से ठंडा करना चाहिए। कहा कि जिन्हें धूप में घर से निकलने की विवशता है, उन्हें छाता लेकर व पानी से भिंगा हुआ गमछा शरीर पर डालकर निकलना चाहिए।
लोगों को नमक-पानी, ओआरएस का घोल, नारियल का पानी आदि लेते रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि दोपहर में बाइक से चलने पर शरीर का पानी ज्यादा सूखता है। इसलिए लोगों को दोपहर में बाइक का उपयोग कम करना चाहिए। गर्मी से बीमार हो जाने पर शीघ्र चिकित्सकीय सलाह लेना चाहिए।
अभी मई की शुरुआत भी नहीं हुई है। इसके साथ ही भीषण गर्मी ने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए है। अब ऐसे में जरा सोचिये जो लोग चिल-चिलाती धूप में घरों से बाहर निकलते है। या फिर सड़कों में बाइक चलाते हैं और पैदल चलते है। धूप में भी निर्माण कार्य में लगे रहते है।
राजकीय मौसम वैधशाला पर मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्स्यिस एवं न्यूनतम तापमान 20.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 38 एवं न्यूनतम आर्द्रता 17 प्रतिशत दर्ज की गई। हवा का रुख सुबह शांत शाम को चार किमी से छह किमी प्रति घंटा की रफ्तार से आंका गया। मौसम वैज्ञानिक डा. उदय प्रताप शाही का कहना है कि आने वाले दिनों में गर्मी का प्रकोप बढ़ेगा। जिसके चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ेगी।
- इन बातों का रखे ध्यान
धूप में पैरों को खुला न छोड़े
धूप में नंगे पैर पर चलने से पांव में छाले पड़ सकते है। इसलिए धूप में निकलने से पहले कुछ न कुछ पैरों में पहन कर चले। क्योंकि गर्मी और ठंडी की शुरुआत पैरों से ही होती है।
गर्म पानी से न नहाएं
गर्मी के समय में गर्म पानी से कतई न नहाएं। क्योंकि ज्यादातर घरों के उपर रखी टंकियों का पानी अक्सर गर्मियों में गर्म पड़ जाता है। जो कि अचानक से गर्मी में तापमान बढ़ा देगा और खतरा बन जाएगा। इसलिए ठंड पानी का सहारा ले।
तेज धूप से बचें
तापमान संबंधी हर प्रकार की जानकारी रखें। हो सके तो दिन के समय बाहर निकलने का काम तभी करें जब तापमान थोड़ा कम हो। तेज धूप में आॅफिस या घर से बाहर निकलने से बचें। अगर आपको टहलना पसंद है तो सुबह शाम टहलें।
चश्मा, हेलमेट पहन कर चलें
भीषण गर्मी से बचने के लिए घर से निकलते समय बाइक सवार हेलमेट और पैदल चलने वाले चश्मा पहन कर चले। हो सके तो एक गमछे का भी सहारा ले। क्योंकि कड़ी धूप अचानक से आपके चेहरे को नहीं छू पाएगी।
ढीले कपड़े पहनें
गर्मियों के मौसम में गहरे रंग के कपड़ों की बजाय हल्के और ढीले कपड़े पहनें। इससे गर्मी और पसीने में शरीर के भीतर हवा का संतुलन बना रहेगा। जहां तक हो सके सिंथेटिक कपड़ों के बजाय सूती कपड़ों का ही चुनाव करें।
पानी की कमी न होने दें
गर्मी के समय शरीर में पानी की कमी न होने दी जाए। अत्यधिक तापमान में बहुत पसीना होता है, जिससे शरीर में उर्जा का स्तर घटता है। ऐसे में पानीदार फलों, तरबूज, नीबू, खरबूज, का सेवन फायदेमंद होगा।
हरी सब्जियां, सलाद खाएं
गर्मियों में अक्सर लोगों की भूख खत्म हो जाती है। इस मौसम में हल्की सब्जियां खाना बेहतर होगा। सलाद के तौर पर खीरा, ककड़ी, टमाटर को नियमित आहार में शामिल करना चाहिए।
दही और लस्सी पिएं
गर्मी के समय ज्यादातर लोगों को भूख कम लगती है। ऐसे में पेय प्रदार्थ में दूध, दही से बने लस्सी, छास, नींबू, गन्ने के रस भी हमारे शरीर के लिए लाभदायक होते है। घर के बाहर जाएं तो खाने के स्थान पर पेय प्रदार्थ ज्याद लें।