- चुनावों की तारीखे घोषित होते ही प्रशासन हुआ सख्त
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चुनावों तारीखों की घोषणा होते प्रशासन सख्त हो गया है, पीएम गरीब अन्न योजना के तहत बंटने वाले मुफ्त राशन के पैकिटों पर लगी पीएम-सीएम की तस्वीरें हटाए जाने के आदेश शासन से आए हैं।
हीं, अब राशन तो मिलेगा, लेकिन पीएम और सीएम के फोटो बगैर। इसके साथ ही जिला प्रशासन ने जगह-जगह लगी नेताओं की होर्डिंगों भी हटवा दिया।
विधानसभा चुनावों को लेकर चल रही अटकलों पर शनिवार को विराम लग गया। चुनाव आयोग ने दिल्ली में पत्रकार वार्ता करते हुए सभी पांचों राज्यों में चुनावों की तारीखों की घोषणा कर दी।
इसके साथ ही अबतक चल रही सभी उन योजनाओं से सरकार के नुमाइंदों की तस्वीरे हटानें व सड़कों पर लगे नेताओं के होर्डिंगों को हटाने के आदेश शासन से जारी हो गए।
लखनऊ से जारी आदेशों के अनुसार केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही मुफ्त गरीब अन्न योजना के तहत तेल, चने व नमक के पैकिटों पर छपी पीएम नरेंद्र मोदी व सीएम योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें भी हटाई जा रही है।
अब इस योजना के दौरान मिलने वाला राशन तो पत्रों को यथावत मिलता रहेगा, लेकिन उस पर सरकार को प्रमोट करने वाले चित्रों व सरकार की टैगलाइन सोच ईमानदार, काम दमदार को हटाने के आदेश जारी हो गए। अब कोटेदारों को केवल वही खाद्यान्न जनता को देना होगा। जिस पर किसी भी तरह का प्रचार नहीं होगा। जिन पैकेटों पर पीएम-सीएम की फोटो लगी है।
उन पैकेटों का क्या किया जाएगा इसको लेकर बाद में अलग से आदेश जारी होंगे। इसके साथ जिलेभर में जगह-जगह सड़कों व अन्य स्थानों पर लगे नेताओं के बैनर-पोस्टरों को हटाने की कवायत भी शनिवार शाम से शुरू हो गई।
चुनाव आयोग के सख्त निर्देश है कि विधानसभा चुनावों में पूरी तरह पारदर्शिता बरती जाए। किसी भी तरह की लापरवाही के लिए संबिधत जिले के जिलाधिकारी जिम्मेदार होंगे।