नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। हिंदू धर्म में पेड़ पोधों को काफी महत्व दिया जाता है। साथ ही उनकी पारंपारिक तरीके से पूजा भी की जाती है। वहीं, पितृ पक्ष में पोधों को लगाने का भी एक विशेष महत्व माना गया है। दअरसल, पितृ पक्ष हर वर्ष भाद्रपद माह की पूर्णिमा से शुरू होते हैं जिसका समापन अश्विन माह में होता है। वहीं, इस बार पितृ पक्ष की शुरूआत 29 सितंबर 2023 से हो रही है व समापन 14 अक्टूबर 2023 को होगा।
बताया जाता है कि, इस दौरान पितरों का तर्पण और श्राद करने का विशेष महत्व है। तो चलिए जानते हैं पितृपक्ष में किन पौधों को लगाने से पित्र खुश होते हैं और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है…
पीपल का पेड़
वैसे तो पीपल के पेड़ में भगवान शनिदेव का वास माना गया है। लेकिन पितृ पक्ष के दौरान यदि पीपल के पेड़ को कोई लगाता है तो उसका अलग ही महत्व माना गया है। तो पीपल के पेड़ लगाने और रोजाना एक दिपक जलाने से पितृ प्रसन्न होते हैं।
बरगद का पेड़
सनातन धर्म में बरगद के पेड़ को मोक्ष प्राप्ति का वृक्ष माना गया है। साथ ही अगर किसी की कुंडली में दोष है तो बरगद का पेड़ लगाने से पितृदोष से मुक्ति मिल सकती है। माना जाता है कि इस वृक्ष के निचे बैठकर भगवान शिव की पूजा करने से विशेष फल मिलता है।
तुलसी माता का पौधा
सनातन धर्म में तुलसी के पौधे की पूजा अर्चना की जाती है। तुलसी का पौधा बहुत पवित्र माना जाता है। वहीं, इस पौधे को लगाने से विष्णु भगवान की कृपा बनी रही रहती है। जिससे पितृ प्रसन्न होते हैं। इसलिए तुलसी का पौधा अवश्य लगाएं।
अशोक का पेड़
अशोक के पेड़ में विष्णु भगवान का वास है। इसको घर में लगाने से नकारात्मक उर्जा दूर होती है। पितृपक्ष में अशोक का पेड़ लगाने का बेहद शुभ माना जाता है। तो इस दौरान यह पौधा अवश्य लगाएं।
बेलपत्र
वैसे तो बेलपत्र शिव भगवान को चढ़ाया जाता है। लेकिन बेलपत्र में वास देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु का होता है। यदि आप पितृपक्ष में इस पौधे को लगाएंगे तो इससे पितृ देव खुश होंगे। साथ ही भगवान विष्णु की विशेष कृपा आपपर बनी रहेगी।