- उद्योगपुरम में बदतर हालात बंद करनी पड़ी फैक्ट्रियां
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: रविवार देर रात हुई बारिश ने शहर के नाले नालियों की सफाई की पोल खोलकर रख दी। शहर के कई निचले इलाकों में जलभराव की समस्या बनी रही। जिसके कारण लोगों को परेशान होना पड़ा। इसके अलावा उद्योग पुरम की बात करें तो यहां जलभराव के कारण हालात बद से बदतर हो गये जिस कारण उद्यमियों का अपनी फैक्ट्रियों पर ताला तक लगाना पड़ा। जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा।
नगर निगम की ओर से शहर के नालों और नालियों की सफाई के लिये 30 मई तक का समय निर्धारित किया गया था। इसके लिये शहर में तीनों डिपो का जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन अभी तक यह कार्य पूरा नहीं हो पया। जिसका खामियाजा रविवार को हुई तेज बारिश के कारण शहरवासियों को उठाना पड़ा। जरा सी बारिश क्या हुई कि शहर में कई जगह जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
ब्रह्मपुरी, वैली बजार समेत कई बाजारों में पानी भर गया। जागृति विहार सेक्टर छह में नालियां चौक होने के कारण सड़कों पर पानी भर गया जिस कारण लोगों को परेशान होना पड़ा। यही हाल शहर में कई जगहों पर रहा। बुढ़ाना गेट के पुराने शहर की बात करें तो यहां छोटी गलियों में पानी भर गया और पानी घरों में घुस गया जिस कारण लोगों को परेशान होना पड़ा। अगर शहर में नालियों को ठीक प्रकार से साफ कर दिया जाता तो लोगों को यहां जलभराव के कारण परेशान न होना पड़ता।
कई बार की गई शिकायत उद्योगपुरम रहा बदहाल
आईआईए एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमनेश अग्रवाल ने बताया कि शहर में जलभराव के कारण सभी परेशान रहे, लेकिन फैक्ट्रियों पर इसके कारण ताला तक लगाना पड़ गया। मोहकमपुर फेस प्रथम, उद्यौगिक क्षेत्र व स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स औद्योगिक क्षेत्र में टूटी सड़कों और नाले नालियों को सुधरने के लिये कई बार नगर निगम अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन यहां कोई कार्य नहीं होता। जिस कारण रविवार को हुई बारिश के कारण यहां सोमवार को जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
मौसम खराब होते ही चरमराई शहर की सफाई व्यवस्था
जरा-सा मौसम क्या खराब हुआ, सोमवार को शहर की सफाई व्यवस्था भी चरमरा गई। शहर में कई स्थानों पर सड़कों पर कूड़ा पड़ा रहा। सोमवार को सफाई कर्मचारियों की ओर से कूड़ा नहीं उठाया गया। जिस कारण शहरवासियों को गंदगी और दुर्गंध से दो-चार होना पड़ा। जबकि मुख्यालय के आदेश हैं कि सुबह पांच बजे कर्मचारियों की हाजिरी कार्य स्थल पर ली जायेगी, लेकिन सप्ताह पर चलने के बाद यह व्यवस्था भी धड़ाम हो गई।
शासन की ओर से निर्देश दिये गये थे कि शहर के सभी वार्डों में सुबह पांच बजे से सफाई व्यवस्था शुरू हो जानी चाहिए। सफाई कर्मचारियों की हाजिरी भी वहीं मौके पर दर्ज करने के निर्देश जारी किये गये थे, लेकिन अभी कुछ दिन तक हालात सही रहे। जबकि फिर से वही हालात हो गये हैं।
न सड़कों से सही समय पर कूड़ा उठ रहा है और न ही कर्मचारियों की हाजिरी मौके पर दर्ज हो रही है। सोमवार को जरा-सा मौसम क्या खराब हुआ। शहर में सड़कों से कूड़ा नहीं उठ पाया। शहर में शास्त्रीनगर नई सड़क, मोहनपुरी समेत कई जगहों पर यही हाल रहा। सड़क किनारे पड़ा कूड़ा वहीं सड़कों पर पड़ा रहा। सफाई कर्मचारियों की ओर से कूड़ा उठाने की जहमत तक नहीं उठाई गई जिस कारण लोगों को परेशान होना पड़ा।