- खुलासे को पुलिस की चार टीमें लगी, चार एंगल पर किया जा रहा फोकस
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोतवाली क्षेत्र में नन्दराम चौक के पास सर्राफ व्यापारी व नौकर से 13.5 लाख की लूट की घटना में पुलिस को कोई खास सफलता नहीं मिल पाई है। पुलिस की चार टीमें चार अलग अलग एंगल पर जांच पड़ताल में जुटी हैं। वहीं पुलिस रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को एकत्र कर बदमाशों की पहचान कराने में लगी है। माना जा रहा है कि पुलिस जल्दी घटना से पर्दा उठा सकती है।
कोतवाली थाना क्षेत्र नन्दराम चौक पर शनिवार सायं सात बजे के आसपास बाइक सवार तीन बदमाशों ने सराफा व्यापारी और उनके नौकर से हथियारों के बल पर 13.5 लाख रुपये लूट लिए थे। लूट का विरोध करने पर बदमाश व्यापारी के भतीजे और नौकर पर फायरिंग करते हुए फरार हो गए थे। सर्राफ सुनील वर्मा से 13.5 लाख कैश लूट की घटना में पुलिस की चार टीमें अलग-अलग चार एंगल पर जांच में जुटी है।
पुलिस ने बदमाशों के आने से जाने तक तमाम तथ्यों पर वर्क करना शुरु किया हुआ है। बदमाश घटना करने से कितनी देर पहले किस दिशा से आये थे। उन तमाम रास्तों की सीसीटीवी फुटेज निकलवाने के बाद पुलिस उस पर भी जांच कर रही है। बदमाश कैश लूट के बाद किन रास्तों से निकलकर भागे, उन सभी तथ्यों को एकत्र कर उन पर अपना फोकस किए है।
सर्विलांस की टीम अलग से संदिग्ध मोबाइल नंबरों को ट्रेस कर बदमाशों की सुरागकशी में लगी है। पुलिस की एक टीम बदमाशों द्वारा परिवार के साथ हुई पिछली घटना पर अपनी नजर गढ़ाये है। शनिवार को कोतवाली क्षेत्र निवासी सर्राफ सुनील वर्मा पुत्र चरण सिंह की देहली गेट क्षेत्र नील गली में श्रीराम काम्प्लेक्स में अक्षित ट्रेडर्स के नाम से ज्वेलरी शॉप है। शॉप पर दो नौकर काम करते हैं। सर्राफ सुनील वर्मा का पुश्तैनी घर नंदराम चौक के पास है। माता पिता और भाई प्रदीप नंदराम राम चौक वाले घर में रहते हैं।
सुनील कुमार अपने परिवार के साथ दूसरी गली में अलग मकान में रहते हैं। शनिवार शाम सात बजे के आसपास सर्राफ सुनील वर्मा अपने पुश्तैनी घर पर शॉप बंद करके पैदल निकले थे। शॉप से घर तक पहुंचने में मुश्किल से पांच मिनट का समय लगता है। दुकान बंद करने से पहले उनकी मां का फोन आया था कि वह पहले घर आ जाये। शाम के वक्त सुनील वर्मा और नौकर अनुज उर्फ टिंकू ज्वेलरी शॉप से सही सात बजे साढ़े तेरह लाख रुपया थैले में लेकर पैदल घर आ रहे थे।
रुपयों से भरा थैला नौकर के हाथ में था। इस बीच जब सर्राफ सुनील कुमार अपने घर के गेट पर घुसे ही थे और नौकर उनके पीछे था। तभी मुंह पर नकाब लगाये दो बदमाश पैदल आये और पिस्टल के बल पर नौकर से 13.5 लाख रुपये लूट लिए। इससे पहले सर्राफ कुछ समझ पाते दोनों बदमाश नोटों से भरा थैला लूटकर आगे बाइक पर खड़े अपने तीसरे साथी के साथ फायरिंग करते हुए फरार हो गए थे।
वर्ष 2008 में इन्हीं सर्राफ भाइयों से लूटा था लाखों का कैश
सर्राफ सुनील वर्मा मूलरुप से बागपत के टीकरी गांव के रहने वाले हैं। ये पांच भाई हैं। वर्ष 2008 में सर्राफ सुनील वर्मा और इनके भाई बस से दिल्ली सोना खरीदने जा रहे थे। दोनों भाईयों के पास लाखों का कैश था। जिसमें बदमाशों ने मुरादनगर में बस के अंदर ही दोनों भाइयों से कैश लूट लिया था। घटना के दौरान बस कंडक्टर और एक सिपाही ने बदमाशों का विरोध किया था। जिसमें बदमाशों का मुकाबला करते हुए कंडक्टर और सिपाही की मौत हुई थी। बताते हैं कि घटना में इनके परिवार के एक सदस्य का हाथ रहा था। पुलिस ने इस घटना का भी संज्ञान लेकर इस पर भी अपनी जांच शुरु कर दी है।
लूट की घटना में लिसाड़ी गेट के चार युवकों से पूछताछ
सर्राफ सुनील वर्मा और नौकर अनुज से 13.5 लाख कैश लूट की घटना में पुलिस ने लिसाड़ी गेट क्षेत्र के चार युवकों को हिरासत में लिया है। पुलिस और एसओजी व सर्विलांस टीम पूछताछ में जुटी है। माना जा रहा है कि पुलिस घटना से जल्दी पर्दा उठा सकती है। पुलिस ने साढ़े तेरह लाख कैश लूट की घटना में बदमाशों तक पहुंचने के लिए के लिए लिसाड़ी गेट क्षेत्र के चार युवकों को हिरासत में लिया हुआ है।
पुलिस ने संदिग्ध तौर पर उन्हेंं उठाया है। कुछ युवकों के परिजनों को भी हिरासत में लिया है। पुलिस ने चारों युवकों से घटना के बारे में काफी जानकारी जुटाई है। पुलिस सभी से अलग-अलग सिलसिलेवार पूछताछ कर रही है। पुलिस का मानना है कि घटना का खुलासा अगले चंद घंटों में कर दिया जायेगा। उधर, पुलिस को बदमाशों के बारे में कुछ क्लू हाथ लगा है।