- लोहिया नगर में विस्फोट में पांच मौत तो गंगानगर में बेसमेन्ट में खुदाई के दौरान तीन जिंदगी हुई थी दफन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: गत अक्टूबर माह में लोहिया नगर एम पॉकेट की बिल्डिंग में भीषण विस्फोट के दौरान पांच मजदूर की मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया था, लेकिन चंद दिनों बाद गंगानगर में एक प्लॉट की खुदाई के दौरान तीन गरीब जिंदगी मिट्टी में दफन हो गई। दोनों घटनाओं से पहले आठ मजदूर कई सौ किलोमीटर दूरी से चंद रुपयों की खातिर अपने परिवार का पेट पालने के लिए शहर आये थे। हैरत की बात ये है कि इन आठ गरीब मजूदरों की मौत के ठेकेदार आज भी खुली हवा में दंंभ भर रहे हैं। मौत के सौदागरों पर गिरफ्तारी के नाम पर पुलिस की रहमदिली किसी से छुपी नहीं है।
अक्टूबर माह में लोहिया नगर एम पॉकेट में 307-308 बिल्डिंग के गोदाम में विस्फोट से हुई पांच मजदूरों की मौत के लिए कसूरवार कौन है। हालांकि लोहिया नगर पुलिस ने आरोपी शास्त्री नगर निवासी गौरव गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। विस्फोट की घटना के दौरान पुलिस ने बिल्डिंग मालिक संजय गुप्ता को भी मुकदमे में आरोपी बनाया था। लेकिन पुलिस ने ढाई माह बाद भी मौत के इस सौदागर की गिरफ्तारी नहीं की है।
जबकि विस्फोट की घटना के मुख्य चश्मदीद को भी पुलिस ने आनन फानन में अपनी कस्टडी मे लेकर उसे कई दिन तक छुपा कर रखा था। बिल्डिंग मालिक संजय गुप्ता की विस्फोट की घटना में क्या भूमिका थी। पुलिस इसकी गिरफ्तारी के नाम पर आज भी मौन साधे है। चंद दिनों बाद अक्टूबर माह में ही भावनपुर क्षेत्र गंगानगर में बेसमेन्ट की खुदाई के दौरान तीन गरीब जिंदगी भी मिट्टी में दबकर दफन हो गई थी। लेकिन मजदूरों की मौत के कसूरवार वो ठेकेदार मोदीनगर निवासी मुकुल शर्मा और गोपाल शर्मा की गिरफ्तारी पर पुलिस खामोश है।
आखिर तीन गरीब मौत के ये दो ठेकेदार दो माह बाद भी आजाद है। भावनपुर थाना प्रभारी का कहना है कि पुरानी घटना है मुझे जानकारी नहीं है। कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं। गंगानगर कालोनी में रायबरेली निवासी रामचन्द्र और गुरु व बिहार निवासी रामप्रवेश की बेसमेन्ट में खुदाई के दौरान बीस फीट गहरे गड्ढे में ढांग के नीचे दबने पर मौत हो गई थी। पुलिस ने ठेकेदार मुकुल शर्मा और गोपाल शर्मा व भू स्वामी के खिलाफ धारा 304 में मुकदमा दर्ज किया था।
गार्डर में दबकर कर्मचारी की मौत
मेरठ: जेसीएल कंपनी के कर्मचारी की लोहे का गार्डर गिरने से मौत हो गई। संजीव यादव उम्र 35 साल पुत्र शिववचन जेसीएल कंपनी में लेबर है। सोमवार को संजीव कंपनी में लोहे का लगभग डेढ़ कुंतल वजन वाले लोहे के गार्डर पर काम कर रहा था। अचानक लोहे का गार्डर चैन खुल गई और गार्डर संजीव के ऊपर गिर पड़ा। संजीव गार्डर के नीचे दबकर बुरी तरह घायल हो गया।
साथी कर्मचारी उसे जब तक अस्पताल ले जाते, उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मौके पर पहुंचे परिजनों ने काफी हंगामा किया और जाम लगाया है। मौके पर पहुंची परतापुर थाना पुलिस मौके पर जांच कर रही है। कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी मालिकों की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है। मशीन में कमी थी जिसके चलते गार्डर गिरा। कर्मचारियों ने कहा कि कंपनी में पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं।
दो साल पहले पत्नी की हुई मौत
परतापुर थाना क्षेत्र के कुंडा गेट के सामने जेसीएल इनफॉर्मा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में संजीव यादव काम करता था। शाम को अचानक संजीव के साथ ये घटना हुई। जैसे ही घरवालों को घटना की जानकारी मिली मौके पर संजीव के परिजन पहुंचे। संजीव की बेटी महिमा का रो-रोकर बुरा हाल है। लोगों ने बताया कि संजीव की पत्नी अमला की दो साल पहले मौत हो चुकी है। आज उसका पिता भी चल बसा। अकेली बेटी किसके सहारे रहेगी।
शव को रखकर की मुआवजे की मांग
मौके पर मौजूद मृतक के परिजन और कंपनी कर्मचारियों ने शव को रखकर जाम लगा दिया। कंपनी के गेट पर बॉडी रखकर मुआवजे की मांग की और हंगामा करने लगे। देररात पुलिस ने परिजनों को समझाकर पंचनामा भरा और शव को मोर्चरी भेज दिया।
हत्या की वारदात का खुलासा
परतापुर थाना क्षेत्र के शताब्दी नगर निवासी शबाना की मौत मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। शबाना की हत्या की गयी थी। हत्या उसके पति नाजिम ने अपने प्रेमिका अलफीजा के साथ मिलकर की। दोनों ने उसका गला दबाकर मार दिया। पुलिस ने नाजिम व अलफीजा को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि नाजिम कुछ ही समय पहले अपनी पत्नी शबाना के साथ शताब्दी नगर में रहने को आया था। इस बीच उसका अलफीजा नाम की युवती से प्रेम प्रसंग हो गया। बाद में वह अपनी प्रेमिका को घर में ही ले आया।
दोनों को साथ रख लिया, लेकिन बाद में अलफीजा ने नाजिम पर निकाह का दबाव बनाना शुरू किया। इतना ही नहीं वो यह भी चाहती थी कि शबाना को घर से निकाल दिया जाए। शबाना को इस बात की भनक लग गयी थी। उसने अपनी छोटी बहन हापुड़ निवासी मुस्कान से बातचीत में आशंका जता दी कि उसके साथ कुछ गलत हो सकता है और हुआ भी वैसा ही। आरोप है कि नाजिम व अलफीजा ने मिलकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। मुस्कान का आरोप है कि नाजिम व अलफीजा ने अफवाह उड़ा दी थी कि वह शबाना खुद ही कहीं चली गयी है।