नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में करोड़ों रुपये की क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी के मामले में मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब और उनके बेटे अनोस हबीब के खिलाफ तलाशी वारंट जारी किया गया है। दोनों पर फॉलिकल ग्लोबल कंपनी के नाम पर बिटकॉइन और बिनेंस कॉइन में निवेश के जरिए असामान्य रूप से ज़्यादा रिटर्न का वादा करके 100 से ज़्यादा निवेशकों को ठगने का आरोप है।
अधिकारियों के अनुसार, धोखाधड़ी के मामले में मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब और उनके बेटे अनोस हबीब के खिलाफ जारी तलाशी वारंट के तहत संभल पुलिस की एक टीम दिल्ली स्थित उनके आवास पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि टीम न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित हबीब के घर पर करीब आधे घंटे तक तलाशी ली, लेकिन जावेद हबीब वहां नहीं मिले। उनके भाई अमजद हबीब घर पर मौजूद थे और उन्होंने पुलिस को जानकारी दी कि जावेद अब इस घर में नहीं रहते। पुलिस लगभग आधे घंटे तक तलाशी करने के बाद वापस लौट गई।
संभल पुलिस ने पुष्टि की है कि वह जल्द ही मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब की मुंबई स्थित संपत्ति पर छापेमारी करेगी। पुलिस अधीक्षक (SP) ने कहा “जावेद हबीब अपने दिल्ली स्थित आवास पर नहीं मिले, लेकिन पुलिस अब उनके मुंबई स्थित पते पर जाएगी। टीम सभी संबंधित दस्तावेज़ जब्त करेगी और उनसे पूछताछ के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी।”
33 एफआईआर दर्ज होने के बाद वारंट जारी
हबीब, उनके बेटे और कंपनी के संभल प्रमुख सैफुल्लाह के खिलाफ 33 एफआईआर दर्ज होने के बाद वारंट जारी किया गया था। उन पर कथित तौर पर 50 से 75 प्रतिशत रिटर्न का वादा करके निवेशकों को लुभाने का आरोप है। कथित तौर पर आरोपियों ने संभल के सरायतीन इलाके में रॉयल पैलेस वेंकट हॉल में 2023 का एक कार्यक्रम आयोजित किया था, जहाँ उन्होंने लोगों को बिटकॉइन और बिनेंस कॉइन में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया था।
पुलिस ने बताया कि लगभग 150 प्रतिभागियों ने 5 लाख से 7 लाख रुपये के बीच निवेश किया, यानी कुल मिलाकर 5-7 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई। जब एक साल के भीतर कोई रिटर्न नहीं मिला, तो निवेशकों ने पुलिस से संपर्क किया। तब तक हबीब, उनके बेटे और अन्य सहयोगियों ने कथित तौर पर कंपनी बंद कर दी थी और भूमिगत हो गए थे।
इससे पहले भी पूछताछ के लिए बुलाया
इससे पहले, पुलिस ने हबीब को 12 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए। इसके बजाय, उनके वकील पवन कुमार ने हबीब के खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कुछ दस्तावेज़ पेश किए। एसपी ने कहा कि यह बहाना “स्वीकार्य नहीं है।”
एसपी ने कहा, “संभल के कुछ लोगों ने पहले पुणे पुलिस से संपर्क किया था और बताया था कि उनके साथ बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी हुई है। जाँच करने पर पता चला कि यह धोखाधड़ी जावेद हबीब, अनोस हबीब और सैफुल्लाह ने की थी।” उन्होंने आगे कहा, “अब तक 50 से ज़्यादा लोगों ने पुलिस से संपर्क किया है और 33 मामले दर्ज किए गए हैं।”
जाँच से पता चला कि आरोपियों ने एफएलसी की क्रिप्टोकरेंसी निवेश योजना के ज़रिए भारी मुनाफ़े का वादा किया था। कई शिकायतों के बाद, पुलिस ने कई धाराओं के तहत मामले दर्ज किए।
पुलिस टीमों को संपत्तियों की जाँच करने का भी दिया निर्देश
पुलिस टीमों को हबीब की दिल्ली और मुंबई स्थित संपत्तियों की जाँच करने का भी निर्देश दिया गया है। अगर पर्याप्त सबूत मिलते हैं, तो अधिकारी गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने की योजना बना रहे हैं, जिसमें संपत्ति ज़ब्त करना भी शामिल है। एसपी बिश्नोई ने कहा कि पुलिस हबीब का पता लगाने, दस्तावेज़ी सबूत इकट्ठा करने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए “हर संभव कदम” उठा रही है।

