Tuesday, September 17, 2024
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किसान पंचायत में चले सपाइयों के सियासी तीर

  • भाजपा के खिलाफ मोर्चाबंदी का आह्वान

जनवाणी संवाददाता |

फलावदा: स्थानीय बस स्टैंड पर आयोजित सपा की किसान महापंचायत में सरकार पर जमकर निशाने साधे गए। वक्ताओं में ग्रामीणों से भाजपा के खिलाफ बहिष्कार की मुहिम चलाने का आह्वान किया गया।

कस्बे में गुरुवार को सपा नेता अतुल प्रधान की किसान महापंचायत में कृषि कानून को लेकर सरकार पर जमकर निशाने साधे गए। अतुल प्रधान ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा लाया गया कृषि कानून किसानों के लिए ही नहीं बल्कि आम जनता के लिए भी डेथ वारंट है। सरकार के 300 दिन शेष हैं उसके बाद ब्याज सहित जुल्मों सितम का हिसाब लिया जाएगा।

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फलावदा में आयोजित किसान पंचायत में शामिल नेतागण।

पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने कहा सीमा पर किसानों के लाल कुर्बान होते हैं फिर भी किसानों को देशद्रोही कहा जा रहा है। देश में तानाशाही की सरकार चल रही है। जनता नफरत की राजनीति करने वालों से आजिज आ चुकी है। आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का सफाया हो जाएगा। पूर्व चेयरपर्सन पुत्र सैयद की समय अपने संबोधन में कृषि कानून वापसी का मुद्दा उठाया।

 

उन्होंने कहा कि आंदोलन से बड़े-बड़े मसले हल हुए हैं।शाही अब्बास ने कहा सत्ता के दबाव में पुलिस ग्रामीणों को पंचायत में शामिल होने से रोक रही। किसानों को ट्रैक्टर सीज करने की धमकियां दी गई।पंचायत में वक्ताओं ने सरकार की जमकर निंदा की तथा गांव गांव में पोस्टर वार के जरिए भाजपा के बहिष्कार का आह्वान किया गया। इस मौके पर पूर्व चेयरमैन शफीक मिर्जा,आदिल चौधरी राजपाल सिंह, राजा कुरेशी, मोहित तोमर, आसिफ, बिल्लू प्रधान, भाकियू प्रदेश सचिव मोनू पवार, विजय यादव मुरादाबाद, गुलाम जौला, जतन भाटी, जितेंद्र गुर्जर, राजदीप विनित भराला, पंकज राजन वर्मा आनंद प्रकाश आदि काफी लोग रहे।

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