जनवाणी ब्यूरो |
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। टीएमसी में शुभेंदु अधिकारी समेत कई नेताओं के इस्तीफे से मची खलबली के बीच अमित शाह के दौरे के बाद से ही सियासी हलचल तेज है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को एक बार फिर से जीताने की कवायद में जुटे प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि बंगाल में भाजपा दहाई के आंकड़े के लिए भी संघर्ष करती दिखेगी। इतना ही नहीं, उन्होंने ऐलान किया है कि अगर भाजपा दहाई का आंकड़ा पार करती है तो वह ट्विटर छोड़ देंगे।
इस बार बंगाल में टीएमसी के लिए रणनीति बनाने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दावा किया, ‘मीडिया के एक सेक्शन ने भाजपा को लेकर जरूरत से ज्यादा ही प्रचार प्रसार किया हुआ है। मगर, वास्तविकता यह है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी को दहाई के आंकड़ा पार करने में ही संघर्ष करना पड़ेगा।’
प्रशांत किशोर ने अपने उसी ट्वीट में एक तरह से भाजपा को चुनौती भी दी है। प्रशांत किशोर ने अपने इस ट्वीट को सेव करने की अपील की है और ऐलान किया कि अगर भाजपा का प्रदर्शन इससे बेहतर रहता है तो वह ट्विटर छोड़ देंगे। प्रशांत किशोर का यह ऐलान इसलिए भी अहम है, क्योंकि भाजपा ने बंगाल में मिशन 200 का लक्ष्य रखा है।
For all the hype AMPLIFIED by a section of supportive media, in reality BJP will struggle to CROSS DOUBLE DIGITS in #WestBengal
PS: Please save this tweet and if BJP does any better I must quit this space!
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 21, 2020
बता दें कि ममता बनर्जी के खास माने जाने वाले शुभेंदु अधिकारी के टीएमसी से अलग होने की कई वजहों में एक वजह प्रशांत किशोर भी माने जाते हैं। सूत्र ने कहा कि शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक और प्रशांत किशोर से काफी समय से नाराज चल रहे थे।
अमित शाह ने तेज कर दी चुनाव की तैयारी
भारतीय जनता पार्टी के लिए भाजपा ने अपना चुनावी अभियान तेज कर दिया है। इसके लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दो दिनों का दौरा किया और कई रोड शो और रैली के माध्यम से भाजपा के चुनावी अभियान को धार देने की कोशिश की।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के बोलपुर शहर में रोड शो किया। इस दौरान उन पर गेंदे के फूलों की पंखुड़ियां बिखेरी गईं और “जय श्रीराम” के नारे लगाए गए। कभी वामपंथ का गढ़ रहा और फिर ममता बनर्जी का दुर्ग बने बंगाल में कमल खिलाने की कोशिशों में लगे शाह ने दावा किया भगवा दल 200 से ज्यादा सीटें हासिल कर अगली सरकार का गठन करेगा। पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीट हैं।