- मौलाना ने की सादगी से ईद का त्यौहार मनाने की अपील
- कहा, ईद की खुशियां मनाने से जरूरी लोगों की मदद करना
जनवाणी संवाददाता |
कैराना: वैश्विक कोरोना महामारी के चलते जामा मस्जिद के शाही इमाम ने ईद उल फितर के त्यौहार पर मस्जिदों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नमाज अदा करने की अपील की है। साथ ही, नमाज के बाद ईद की बधाई देने के लिए एक-दूसरे से गले न मिलने और हाथ न मिलाकर दूर से ही बधाई देने की अपील की।
कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलने के कारण देवबंद दारुल उलूम ने ईद उल फितर की नमाज को लेकर शरीयत की पाबंदियों के साथ ही नमाज अदा करने के लिए फतवा जारी कर दिया है।
इधर, कैराना नगर की जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना ताहिर ने बुधवार को ईद उल फितर त्यौहार पर नमाज को लेकर अपना बयान जारी करते हुए कहा कि आज कोरोना ने पूरे देश को अपनी चपेट में ले रखा है। चारों ओर जनाजे तथा अर्थियां उठ रही हैं। ऐसे में ईद की खुशियां मनाने से ज्यादा लोगों की मदद करने की जरूरत हैं। उन्होंने सभी लोगों से कहा कि शासन द्वारा जारी गाइडलाइन व उलेमाआें द्वारा कही गई बात पर अमल करना जरूरी हैं।
मौलाना ताहिर ने कहा िककोरोना संक्रमण से बचने के लिए ईद उल फितर की नमाज ईदगाह में अदा नहीं की जाएगी, जबकि मोहल्ले व गांवों की मस्जिदों में कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए नमाज अदा करें। खुत्बा व नमाज को 5 से 7 मिनट के अंदर समाप्त किया जाएं।
उन्होंने कहा कि ईद की नमाज के बाद गली मोहल्ले में कोई भी व्यक्ति भीड़ इकट्ठा न करें। ईद उल फितर त्यौहार की बधाई देने के लिए कोई भी व्यक्ति एक-दूसरे से गले न मिलें, एक-दूसरे से हाथ न मिलाएं। सभी लोग अपने-अपने घरों में रहकर अपने परिवार जनों के साथ ईद का त्यौहार मनाएं, ताकि कोरोना संक्रमण महामारी को फैलने से रोका जा सकें। उन्होंने नमाज के बाद कोरोना के खात्मे की विशेष दुआ मांगने की भी अपील की।
पांच लोग ही नमाज अदा करें
क्षेत्र के गांव गढ़ीदौलत के मदरसा जामिया बदरुल उलूम के प्रबंधक हजरत मौलाना अकील साहब ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी ने विकराल रूप ले रखा है। कोरोना महामारी से बचने के लिए मस्जिदों में शासन की गाइड लाइन के अनुसार, 5 लोग ही सोशल डिस्टेंसिंग का प्रयोग करते हुए ईद की नमाज अदा करें। उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों से मास्क पहनने के साथ ही सैनिटाइजर का प्रयोग करने की भी अपील की है।