- 17 फरवरी 2006 को कार्टूनिस्ट केस में सिर कलम करने वाले को 51 करोड़ देने का किया था ऐलान
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मीट माफिया हाजी याकूब कुरैशी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं। हाजी याकूब कुरैशी की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ने वाली है। याकूब कुरैशी पर 17 साल पुराने मामले की फाइल फिर से खंगाली जा रही है। जिसमें याकूब कुरैशी ने डेनमार्क के कार्टूनिस्ट पर 51 करोड़ रुपए के इनाम की घोषणा की थी। हाजी याकूब ने 17 फरवरी 2006 को फैज ए आम इंटर कॉलेज में एक सभा के दौरान यह घोषणा की थी।
बता दें कि हाजी याकूब नौ महीने बाद सोनभद्र जेल से जमानत पर बाहर आया है। बसपा सरकार में मंत्री रहे मीट माफिया हाजी याकूब कुरैशी की कार्टूनिस्ट केस की फाइल पुलिस रिकार्ड से गायब हो गई थी। 51 करोड़ के इनाम मामले की केस डायरी पुलिस रिकार्ड में नहीं है। अब दोबारा इस केस डायरी को तैयार कराया जा रहा है।
याकूब सहित उसके दोनों बेटों पर गैंगस्टर लगी है। वहीं गैंगस्टर लगी होने के कारण याकूब कुरैशी की संपत्ति पर जब्तीकरण की कार्यवाही में भी पुलिस ने खेल कर दिया। संपत्ति जब्तीकरण के लिए तत्कालीन सीओ किठौर को प्रशासक बनाया गया था। जिसमें याकूब की 25 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त होनी थी। लेकिन, अब तक कुल 21 करोड़ की संपत्ति पर ही पुलिस एक्शन ले सकी है।
घटना से जुड़े साक्ष्य, गवाह खंगाल रही पुलिस
अब पुलिस दोबारा से कार्टूनिस्ट केस की फाइल को तैयार करने में जुटी है।उस घटना से जुड़े गवाहों, साक्ष्यों और पुरानी खबरों के आधार पर पूरी केस फाइल तैयार की जा रही है। फाइल शासन को भेजी जानी है। इसके बाद पुलिस केसडायरी तैयार कर मामले में चार्जशीट दाखिल कर देगी। दरअसल, भाजपा नेता सुनील भराला ने इस मामले को लेकर देहली गेट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
प्रदेश शासन ने दोबारा चार्जशीट दाखल करने की अनुमति दे दी है। इस पूरे मामले में एडीजी जोन राजीव सब्बरवाल का कहना है कि याकूब कुरैशी की डेनमार्क कार्टूनिस्ट पर 51 करोड़ रुपए के इनाम मामले की फाइल को रीकंस्ट्रक्ट कराया जा रहा है। जल्द उस पर आगे की विधिक कार्रवाई भी की जाएगी।