- विभाग की नाकामी पर कर्मचारियों की लापरवाही का ‘पर्दा’
- सरधना-बिनोली रोड पर पेचवर्क में इस्तेमाल हो रही घटिया सामग्री
- पैचवर्क के तुरंत बाद रोड़ी उखड़ रही, राहगीर हो रहे घायल
जनवाणी संवाददाता |
सरूरपुर/मेरठ: जर्जर हालत में पहुंच चुके सरधना-बिनोली रोड पर पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारी पैच वर्क के नाम पर महज खानापूर्ति कर रहे हैं। गड्ढे भर कर पैचवर्क के नाम पर घटिया सामग्री डालने के कारण सड़क आगे बनती जा रही है तो पीछे उखड़ती जा रही है।
जिसमें रोजाना फिसल कर दो पहिया वाहन चालक घायल हो रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर सड़क पर दूसरे वाहन चालकों को भी निकलने में परेशानी हो रही है। लेकिन, बेपरवाह कर्मचारियों द्वारा अपनी नाकामी पर लापरवाही का पर्दा डालकर मौज में हैं।
गौरतलब है कि सरधना बिनोली रोड हर्रा मोड़ से लेकर भूनी चौराहे तक बेहद जर्जर हालत में पहुंचने के साथ गड्ढों में तब्दील हो चुका है। हालत यह हो चली है कि रोड में एक फीट गहरे गड्ढे होने के साथ जगह-जगह पत्थर व रोड़ी उखड़ी हुई है। इनसे बचने के फेर में आए दिन दुपहिया वाहन चालक तो चोटिल हो ही रहे हैं।
वहीं अन्य वाहन चालकों को भी रात के अंधेरे में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बेहद जर्जर हालात और गड्ढों में तब्दील इस रोड पर हर्रा मोड़ से भूनी चौराहे तक का 10 किलोमीटर का सफर तय करने में एक घंटे का समय लग रहा है। रोड के सहारे बसे दर्जनों गांव के लोगों को रोड से देर सवेर गुजरने में भी तकलीफ ज्यादा हो रही है।
जिसे लेकर हाल ही में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा गड्ढा मुक्त करने का अभियान प्रदेश के मुख्यमंत्री के आदेश पर किया जा रहा है। लेकिन, मुख्यमंत्री के इस आदेश के बाद गड्ढा मुक्त किए जा रहे रोड में पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारी लापरवाही पर लगातार पर्दा डाल रहे हैं।
कर्मचारियों द्वारा गड्ढे में पत्थर डाल कर किया काम जा रहा है, लेकिन बेहद घटिया सामग्री लगाने के कारण पैचवर्क जहां आगे हो रही तो वहीं पीछे रोड़ी उखड़कर ऊपर आ चुकी है, जो लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनी हैं। दुपहिया वाहन चालक फिसल कर चोटिल हो रहे हैं। इसे लेकर समस्या कम होने के बजाय और बढ़ गई है। कर्मचारी द्वारा लापरवाही पर पर्दा डालने का काम बदस्तूर किया जा रहा है।
पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता शाकिर राव से बात की गई तो उनका कहना था कि घटिया निर्माण सामग्री नही लगाने दी जाएगी पैचवर्क कार्य सही ढंग से कराया जाएगा।