- लिपिक व इंस्पेक्टर के रिश्वत मामले में फंसने पर मचा हड़कंप
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नगर निगम के गृहकर विभाग से रिश्वत लेते रंगे हाथ पकडेÞ जाने वाले मुन्नवर को एंटी करप्शन की टीम ने जेल भेज दिया। उधर, गुरुवार को फरार आरोपी इंस्पेक्टर जितेंद्र की तलाश में एंटी करप्शन विभाग की टीम व थाना देहली गेट पुलिस सिविल वर्दी में निगम में डेरा डाले रही, लेकिन आरोपी इंस्पेक्टर जितेंद्र अग्रवाल डयूटी पर नहीं पहुंचा। उधर, निर्माण कर अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि जितेंद्र अग्रवाल अवकाश पर हैं, वह गुरुवार को जिस कारण वह ड्यूटी पर नहीं आ सके।
वहीं, दूसरी ओर दिनभर नगर निगम में हड़कंप मचा रहा। नगर निगम के गृहकर विभाग में दूसरी बार रिश्वत लेने का मामला एंटी करप्शन की टीम के द्वारा पकड़ा गया। बुधवार को मोहम्मद जफर की शिकायत पर एंटी करप्शन की टीम ने मुन्नवर को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया था। जिसमें मुन्नवर ने टीम को बताया कि उसने जफर से यह रुपये गृहकर विभाग में कार्यरत इंस्पेक्टर जितेंद्र अग्रवाल के कहने पर लिए थे। जिसके बाद टीम ने थाना देहली गेट पर लिखापढ़ी के बाद मुन्नवर की अस्पताल में चिकित्सीय जांच कराने के बाद जेल भेज दिया था।
लेकिन जितेंद्र अग्रवाल हत्थे नहीं चढ़ सका था। एंटी करप्शन एवं थाना देहली गेट पुलिस ने जितेंद्र अग्रवाल की तलाश में कई जगहों पर दबिश दी, लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ सका। वहीं, दूसरी तरफ गुुरु वार को टीम निगम में डेरा डाले रही, लेकिन वह ड्यूटी पर नहीं पहुंच सका। उधर, गृहकर विभाग के निर्माण कर अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि गुरुवार को जितेंद्र अवकाश पर होने के कारण कार्यलय नहीं आ सके।
एंटी करप्शन टीम का भ्रष्टाचार पर प्रहार
एंटी करप्शन की टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ वेस्ट यूपी में मजबूत पकड़ बना ली हैं। निगम के दो क्लर्क की गिरफ्तारी के बाद बड़े अफसर भी निशाने पर आ गए हैं। निगम अफसरों पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं, जिन पर एंटी करप्शन शिकंजा कस सकता हैं। इसके लिए भी जाल बिछाया जा रहा हैं। सहारनपुर हो या फिर गाजियाबाद, मेरठ में भी एंटी करप्शन भ्रष्ट कर्मचारियों की गिरफ्तारी कर रही हैं।
नगर निगम में इंस्पेक्टर नवल और अब क्लर्क मुनव्वर को गिरफ्तार कर चुकी हैं। इससे पहले मेरठ विकास प्राधिकरण में महिला क्लर्क को एंटी करप्शन की टीम भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी हैं। सहारनपुर में भी एक सब इंस्पेक्टर को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। गाजियाबाद में भी एंटी करप्शन का आॅपरेशन हुआ था। इस तरह से एंटी करप्शन मेरठ की टीम लगातार छापेमारी कर भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकंजा कस रही हैं।