Friday, April 19, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMuzaffarnagarविकास कुमार को मिलने जा रहे राष्ट्रपति अवार्ड पर रविन्द्र सिंह ने...

विकास कुमार को मिलने जा रहे राष्ट्रपति अवार्ड पर रविन्द्र सिंह ने उठाए सवाल ?

- Advertisement -

जनवाणी संवाददाता |

मुजफ्फरनगर: माध्यमिक शिक्षा परिषद मेरठ के सचिव द्वारा बोर्ड परीक्षा से डिबार किये जाने की संस्तुति के बावजूद एक प्रधानाचार्य को राष्ट्रपति पुरस्कार मिलने जा रहा है। इस सम्बंध में एक माह पूर्व राष्ट्रपति के नाम भेजे गये प्रार्थना पत्र में उक्त प्रधानाचार्य को राष्ट्रपति शिक्षक अवार्ड से पुरस्कृत किये जाने की संस्तुति को निरस्त कराने की मांग की गई थी।

शिकायती पत्र भेजने वाले ने ऐसे प्रधानाचार्य को राष्ट्रपति पुरस्कार दिया जाना अनुचित बताते हुए इस प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग भी की थी। मगर अब उक्त प्रधानाचार्य को राष्ट्रपति अवार्ड मिलने जा रहा है, जिसे शिकायताकर्ता ने उक्त प्रधानाचार्य को राष्ट्रपति अवार्ड दिये जाने पर शिक्षक की गरिमा के विपरीत बताया है।

ज्ञात रहे कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मोहल्ला इन्दिरा कॉलोनी निवासी रविन्द्र सिंह पुत्र सुरेश चन्द ने गत माह राष्ट्रपति के नाम भेजे गये एक शिकायती पत्र में अवगत कराया था कि गत 27 फरवरी को भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को शिक्षा माफिया व नकल माफिया जो जनपद मुजफ्फरनगर में हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट के बोर्ड परीक्षा के व्यक्तिगत फार्मों में फर्जी कागजात लगवाये जाने व सामूहिक इमला बोलकर नकल कराये जाने की शिकायत की थी।

उक्त शिकायत पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने प्रकरण की जांच माध्यमिक शिक्षा परिषद सत्र 2018-2019 के दौरान 22 फरवरी 2019 को एसटीएफ लखनऊ द्वारा सीधे टीम भेजकर भौतिक विज्ञान इंटरमीडिएट की परीक्षा केन्द्र जनता इंटर कॉलेज बाढ़ में छापेमारी कराई थी।

इस दौरान मौके पर केन्द्र व्यवस्थापक की निगरानी में फर्जी शिक्षकों द्वारा सामूहिक नकल कराते हुए रंगे हाथ 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर कराकर जेल भेजा गया था, लेकिन बाद में आरोपी उच्च न्यायालय से जमानत कराकर बाहर आ गये थे। उसके बाद उनके अपराध की संगीनता को देखते हुए जिलाधिकारी द्वारा उक्त सभी नामजद अभियुक्तों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी।

उक्त प्रकरण में मीरापुर स्थित एसडी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य की भागीदारी संलिप्त पाई गई थी, जिसकी शिकायती मुख्यमंत्री से की गई थी। उक्त प्रकरण में उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा द्वारा माध्यमिक शिक्षा सचिव से कराकर रोनी हरजीपुर स्थित राजकीय इंटर कॉलेज, चरथावल के मुथरा स्थित राजकीय इंटर कॉलेज, जंधेड़ी स्थित राजकीय इंटर कॉलेज, रेई स्थित राजकीय हाईस्कूल, गंगधाड़ी स्थित जनता इंटर कॉलेज, मीरापुर स्थित एसडी इंटर कॉलेज को भविष्य में अग्रसारण केन्द्र न बनाये जाने की संस्तुति अपर सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रिय कार्यालय मेरठ द्वारा की गई थी।

इसी कार्यवाही के अंतर्गत उक्त विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को बोर्ड परीक्षा से डिबार करते हुए उनके विरुद्ध प्रशासनिक कार्यवाही के लिए निर्देश दिया गया था। रविन्द्र सिंह ने शिकायती पत्र के माध्यम से बताया था कि उक्त प्रकरण में मीरापुर स्थित एसडी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य विकास कुमार की संलिप्ता उजागर हुई थी।

इसी के चलते माध्यमिक शिक्षा परिषद मेरठ के क्षेत्रीय सचिव द्वारा मीरापुर स्थित एसडी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य विकास कुमार के खिलाफ डिबार किये जाने की संस्तुति की गई थी।

इसके बावजूद उक्त प्रधानाचार्य विकास कुमार को राष्ट्रपति शिक्षक अवार्ड देने की संस्तुति होने पर शिकायताकर्ता ने उक्त प्रधानाचार्य को राष्ट्रपति अवार्ड दिये जाने पर शिक्षक की गरिमा के बिल्कुल विपरीत बताते हुए इसे निरस्त किये जाने की मांग की थी। इसके अलावा रविन्द्र सिंह ने उक्त प्रकरण में प्रधानाचार्य की संलिप्ता को देखते हुए उसके नाम को राष्ट्रपति पुरस्कार से निरस्त कराये जाने के साथ-साथ उक्त प्रकरण की जांच सीबीआई से कराये जाने की मांग भी की थी।

अब उक्त प्रधानाचार्य को राष्ट्रपति पुरस्कार दिया जाना सुनिश्चित हो गया है, जिसे शिकायताकर्ता ने उक्त प्रधानाचार्य को राष्ट्रपति अवार्ड दिये जाने पर शिक्षक की गरिमा के विपरित बताया है।

‘यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। मैं अब जिला विद्यालय निरीक्षक के अवकाश पर होने के कारण उनका प्रभार संभाल रहा हूं। मैं कार्यवाहक जिला विद्यालय निरीक्षक हूं। मेरे पास सिर्फ सामान्य चार्ज है, मुझे नीतिगत बोलने का अधिकार नहीं है।

-अमित मोहन गुप्ता, कार्यवाहक जिला विद्यालय निरीक्षक

‘मेरे कैरेक्टर रोल व सर्विस बुक में कोई भी बैड एंट्री नहीं है। प्रत्येक कार्य का एनरॉलमेंट होता है। राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए 13-14 बिन्दुओं के आधार पर ही चयन होता है।’

-विकास कुमार, प्रधानाचार्य एसडी इंटर कॉलेज मीरापुर

‘राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयन वाली कमेटी में मैं भी था, लेकिन मीरापुर स्थित एसडी इंटर कॉलेज व उसके प्रधानाचार्य को बोर्ड परीक्षा से डिबार किये जाने के तथ्य हमारे संज्ञान में नहीं है।

-ब्रजेश कुमार, प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज

‘जनपद से राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए तीन शिक्षक नामित किये गये थे। उन शिक्षकों में मेरा नाम भी शामिल था। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में मेरी फाइल जमा की गई थी और लखनऊ द्वारा मुजफ्फरनगर स्थित एनआईसी में आनलाइन साक्षात्कार हुआ था, लेकिन राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए मेरा चयन नहीं हो सकता। कारण क्या है मुझे मालूम नहीं।’

-आदर्श सिंघल, शिक्षक राजकीय इंटर कॉलेज

‘मेरे हिसाब से मेरा इंटरव्यू बहुत अच्छा हुआ था और मुझे उम्मीद थी कि इस पुरस्कार के लिए मेरा चुनाव हो जायेगा। एनआईसी में 75 लोगों के साक्षात्कार में से अंतिम 11 में मेरा चयन हो गया था और इसके बाद उस समय कार्यवाह जिला विद्यालय निरीक्षक व जीआईसी के प्रधानाचार्य ब्रजेश कुमार जी ने भी मुझे अग्रिम बधाई दी थी कि आपके साक्षात्कार के हिसाब से आपका चयन निश्चित ही हो जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसके कारण क्या रहे, मेरी जानकारी में नहीं है और न ही मुझे यह जानने का अधिकार है। ’

-कंचन प्रभा शुक्ला, प्रधानाचार्या, जैन कन्या इंटर कॉलेज

‘मीरापुर स्थित एसडी इंटर कॉलेज और वहां के प्रधानाचार्य को बोर्ड परीक्षा से डिबार किये जाने की संस्तुति मुख्यमंत्री के निजी सचिव को मेरे द्वारा ही की गई थी। जब राष्ट्रपति पुरस्कार के नामित लोगों की सूची मेरे संज्ञान में आई, जिसमें मीरापुर के एसडी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य का नाम भी शामिल था, तो मैंने मुजफ्फरनगर जिला विद्यालय निरीक्षक को इस सम्बंध में आख्या प्रस्तुत करने को कहा था।

-राणा सहस्त्रासु कुमार सुमन, क्षेत्रीय सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद मेरठ

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments