जनवाणी संवाददाता |
लखनऊ: रामनगरी की धार्मिक संस्थाएं उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद मुख्यालय पहुंची। संत-महात्माओं ने जाना कि मठ, चैरिटेबल ट्रस्ट आदि को परिषद भूमि कैसे देने जा रहा है। परिषद के अधिकारियों ने बताया कि इसकी नीति बन चुकी है, उनको मिलने वाली जमीन की कीमत करीब डेढ़ बैठक में धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को जानकारी देते अधिकारी जागरण गुणा होगी।
आवास एवं विकास परिषद उत्तर प्रदेश अ ने भूमि पाने के लिए आवेदन किया है। इनमें इस्कान, पतंजलि, तिरुपति ग्रीन तिरुमाला, साईं मंदिर सहित चर्चित 1400 एकड़ में ग्रीनफील्ड टाउनशिप बसा रहा है। इस समय भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही तेजी से चल रही है। रामनगरी में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण का कार्य भी तेज है। वहां की धार्मिक संस्थाओं व चैरिटेबल ट्रस्ट तैयारियां हो गई हैं।
अयोध्या के शाहनवाजपुर में कई संस्थाएं भी शामिल हैं। परिषद पहले ऐसी संस्थाओं को भूमि नहीं देता था। इसीलिए उसे जनवरी में नीति बनानी पड़ी। परिषद के नवीन भवन में अयोध्या की धार्मिक संस्थाओं की बैठक हुई।
अयोध्या में राज्यों और अन्य देशों को गेस्ट हाउसों, मठ मंदिरों, चैरिटेबल ट्रस्ट व अन्य धार्मिक संस्थाओं को जमीन आवंटन की नीति को मंजूरी दे दी। इसके तहत धार्मिक स्थलों, गेस्ट हाउसों तथा चैरिटेबल ट्रस्ट को जो जमीन आवंटित की जाएगी उसकी कीमत आवासीय दर से डेढ़ गुना अधिक होगी। इसमें 12 फ्रीहोल्ड शुल्क भी जोड़ा जाएगा।