- स्टाफ नर्स, एएनएम, आशाएं उठा रही कोरोना में वैक्सीन लगाने की जिम्मेदारी
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: जहां कोरोना की बीमारी काफी तेजी से फैल रही है और वह अपनी जिदंगी की चिंता न करते हुए यहां स्टाफ नर्स, एएनएम व आशाएं अपने परिवार की जिम्मेदारी के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं को भी समय दे रही है। वह समय से अस्पताल में पहुंचकर लोगों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगाने का कार्य कर रही है और इतना ही नहीं सभी लोगों को बीमारी के प्रति जागरूक किया जा रहा है, ताकि वह इसकी चपेट में न आ सकेें। इतना ही नहीं यह अभी सैकड़ों को कोरोना वैक्सीन लगा चुकी है।
डीएम राज कमल यादव के निर्देशन में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने व शासन की मंशा अनुरूप कोरोना प्रोटोकॉल के अंतर्गत संक्रमित व लक्षण युक्त व्यक्तियों को उपचार कराए जाने के संबंध में प्रशासनिक स्तर पर निरंतर कार्यवाही की जा रही है। कोविड संक्रमण के समय कोरोना योद्धाओं जो स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे है चिकित्सक, स्टाफ नर्स, आशा, एएनएम, सफाई /सैनिटाइजेशन योद्धाओं की सराहना की जा रही है और कोविड टीकाकरण अभियान जिन एएनएम द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा है।
उनका जिला प्रशासन द्वारा पोस्टर बनवा कर उनका उत्साह वर्धन किया जाता है और सोशल मीडिया पर उनके कार्य की सराहना की जा रही है। अच्छा कार्य करने वाले कोरोना योद्धा आगे निकल कर अपनी सेवाएं तत्परता के साथ दे रहे हैं। 56 वर्ष की एएनएम कुसुमलता अपने परिवार के साथ-साथ कोरोना बीमारी में वैक्सीन लगाने की जिम्मेदारी उठा रही है और वह किसी भी तरह की कमी नहीं आने दे रही है। अब तक 5867 व्यक्तियों को कोविड- वैक्सीन लगा चुकी हैं, जो 35 वर्ष से सेवा में हैं और निरंतर अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही है।
टीकाकरण या कोविड-19 के किसी भी अभियान में निरंतर योगदान देने वाली प्रतिभाओं की सराहना हो रही है। वहीं 28 वर्ष की एएनएम स्वाति रानी अब तक 5300 व्यक्तियों को कोविड- वैक्सीन लगा चुकी हैं, जो पांच वर्ष से सेवा मेंं हैं और निरंतर अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही है। टीकाकरण या कोविड-19 के किसी भी अभियान में योगदान देने से पीछे नहीं हट रही है।
वह हर समय स्वास्थ्य विभाग के लिए जिम्मेदारी निभाने को तैयार रहती है। 28 वर्ष की एएनएम चंचल रानी अब तक 5867 व्यक्तियों को कोविड-वैक्सीन लगा चुकी हैं, जो लगातार पांच वर्ष से सेवा दे रही हैं। टीकाकरण या कोविड-19 के किसी भी अभियान में निरंतर योगदान करने से पीछे नहीं हटती है। वह अपने परिवार की जिम्मेदारी भी उठा रही है और स्वास्थ्य विभाग में समय से पहुंचकर टीकाकरण करती है।