- मंदिर में भी है ऐतिहासिक कुआं, ये भी है क्रांति की पहचान
- 10 मई को स्वतंत्रता सेनानियों को किया जायेगा सम्मानित
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बात 10 मई 1857 की हो तो औघड़नाथ मंदिर को कैसे भूला जा सकता है? यहां भी क्रांतिकारियों की याह में शहीद स्मारक बना हुआ है। जिसके चलते यहां भी मंदिर समिति की ओर से कई कार्यक्रमों का आयोजना किया जायेगा और शहीदों को पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया जायेगा। उधर, सीएम के मेरठ कार्यक्रम को लेकर पूरे शहर में तैयारी है तो मंदिर समिति की ओर से भी तैयारी की जा रही है।
1857 का वह दौर था जब भारत दमनकारी शक्तियों के खिलाफ आवाज उठा रहा था। सम्पूर्ण भारत में अंग्रेजों ने अत्याचार फैला रखा था। विभिन्न स्थानों से उनके जुर्म के कई दस्तावेज उपलब्ध हो रहे थे। क्रांति की वो चिंगारी मेरठ से ही फूटी थी। बात क्रांति दिवस की हो तो इसमें काली पलटन या औघड़नाथ मंदिर भी इस क्रांति का प्रत्यक्षदर्शी रहा। मेरठ में स्थित औघड़नाथ मंदिर एक प्राचीन सिद्धपीठ के रूप में जाना जाता है।
इतिहासकारों की मानें तो विजय यात्रा के पहले पेशवा मराठा यहां पर इकट्ठा होकर शिव की आराधना किया करते थे। यह मंदिर मुख्य रूप से सन् 1857 में प्रचलित हुआ था। जैसा कि उस काल में यह मंदिर अत्यंत ही शांत और जंगली परिवेश में स्थित था तो अंग्रेजों ने यहां पर सेना प्रशिक्षण केंद्र खोल कर रखा था और इस मंदिर में स्वतंत्रता सेनानी भारतीय पलटन के अधिकारियों से गुप्त मंत्रणा किया करते थे।
सैनिक इस मंदिर के प्रांगण में स्थित कुएं से पानी पीया करते थे। परन्तु जब कारतूस में चर्बी की बात उठी तो इस मंदिर के पुजारी ने पानी पिलाने से मनाकर दिया और जिसका परिणाम यह आया कि 10 मई 1857 को सेना का विद्रोह शुरू हुआ। इस मंदिर के प्रांगण में मेजर जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के कर कमलों द्वारा शहीद स्मारक का भी निर्माण कराया गया था। जहां आज भी इस मंदिर में 10 मई को सेना द्वारा शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की जाती है।
स्वतंत्रता सेनानियों को किया जायेगा सम्मानित
औघड़नाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष डा. महेश बंसल ने बताया कि हर वर्ष क्रांति दिवस के मौके पर यहां कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस बार भी कार्यक्रमों को लेकर तैयारी कर ली गई है। यहां 10 मई को स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया जायेगा।
इसके साथ ही यहां बने शहीद स्मारक पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की जायेगी। उन्होंने बताया कि 10 मई को सीएम योगी आदित्यनाथ मेरठ में होंगे। ऐसे में यहां उनके आने की पूरी संभावना है। जिसके चलते प्रशासन की ओर से भी उनको तैयारी करने के लिये कहा गया है। जिससे ऐनवक्त पर कार्यक्रम बनने पर कोई तैयारी न करनी पड़े।