जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज गुरूवार को एक बार फिर सदन हंगामे की भेंट चढ़ गया। आज की वजह रही सत्ता पक्ष और विपक्ष की तू तू मैं मैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी संसद पहुंचे और लोकसभा की कार्यवाही में भाग भी लिया। मगर, सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जमकर हुए तकरार के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई, जिस वजह से राहुल गांधी को अपनी बात रखने का अवसर नहीं मिल सका। इसको लेकर उन्होंने मीडिया से बातचीच करते हुए सदन ना चलने का ठीकरा भाजपा पर फोड़ा।
राहुल गांधी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार और प्रधानमंत्री अदानी केस को लेकर डरे हुए हैं, इसलिए उन्होंने यह ‘तमाशा’ तैयार किया है। मुझे लगता है कि मुझे संसद में बोलने नहीं दिया जाएगा। मुख्य सवाल यह है कि पीएम मोदी और अदानी के बीच क्या संबंध है।
बता दें कि भाजपा ने राहुल गांधी पर लंदन में देश विरोधी बयान देने का आरोप लगाया है। इस पर राहुल ने कहा है कि अगर सभापति ने उन्हें मौका दिया तो वे इस मामले पर जरूर बोलेंगे। इसी मांग के साथ बाद में राहुल ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात भी की।
उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि कल मुझे संसद में बोलने दिया जाएगा। आज मेरे पहुंचने के एक मिनट के अंदर ही सदन स्थगित हो गया था। कुछ दिन पहले सदन में जो मैंने भाषण दिया। अदाणी को लेकर जो सवाल उठाए गए उसे हटा दिया गया। पूरे भाषण को ही हटा दिया गया। सरकार हंगामा कर के मामले से ध्यान हटाना चाहती है।
राहुल ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के चार मंत्रियों ने हंगामे का नेतृत्व किया। यह सब मेरे सवालों के जवाब देने से बचने के लिए किया जा रहा है। मैं सांसद हूं तो मेरी पहली जिम्मेदारी संसद में जवाब देने की है। इसलिए पहले मैं संसद में जवाब दूंगा, उसके बाद ही आपसे रू-ब-रू होऊंगा और विस्तार से बात करूंगा।