- संदीप हत्याकांड: चारों ओर से घेरकर किया गया हमला, हमलावरों में बाहरी चेहरे भी देखे गए
- संदीप को लगी थी दो-तीन गोली, सिर पर किए गए थे ताबड़तोड़ प्रहार
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: क्षेत्र के छबड़िया गांव में हुए खूनी खेल को योजनाबध्द तरीके से अंजाम दिया गया था। ग्रामीणों की माने तो हमले में बाहरी शूटर भी शामिल थे। कई ऐसे चेहरे देखे गए, जो गांव के नहीं थे। योजना के तहत चारों ओर से गोलियां बरसाई गई। हमलावरों के निशाने पर मुख्य रूप से संदीप था। क्योंकि संदीप ही पिलर उखाड़ने में आगे था। बताया गया है कि संदीप को दो से तीन गोली मारी गई। इसके बाद भी उसके सिर पर धारदार हथियारों से ताबड़तोड़ प्रहार किए गए। ताकि किसी भी सूरत में संदीप बच न सके।
मामले में पुलिस ने मृतक पक्ष की तहरीर पर सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है। गौरतलब है कि सरधना के छबड़िया गांव में चकरोड के कोने पर पिलर लगाने को लेकर ओमबीर व संदीप पुत्र महीपाल पक्ष में विवाद चल रहा था। क्योंकि पिलर की वजह से रास्ता बाधित हो गया था। वहां से भैंसा-बुग्गी निकल नहीं पा रही थी। इसी को लेकर उनमें काफी दिन से तनातनी चल रही थी। बीते शनिवार को संदीप पक्ष ने पिलर उखाड़ दिया था।
मगर शाम के ओमबीर पक्ष ने फिर से पिलर लगा दिया। घटना से नाराज ओमबीर पक्ष ने संदीप को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। आरोप है कि योजनाबध्द तरीके से ओमबीर पक्ष ने संदीप पक्ष पर हमला किया। रात के समय उन्हें घेर लिया। इससे पहले की संदीप पक्ष कुछ समझ पाता, आरोपियों ने चारों ओर से गोलियां चलानी शुरू कर दी। सीधी फायरिंग में तीन लोगों को गोली लगी। मतलब पूरी योजना के तहत घटना को अंजाम दिया गया। हमलावरों के निशाने पर संदीप था। उसको दो से तीन गोली मारी गई।
इतना ही नहीं उसके सिर पर धारदार हथियारों से ताबड़तोड़ प्रहार किए गए। ताकि किसी भी सूरत में वह बच न सके। ग्रामीणों की माने तो हमलावरों में बाहरी शूटर भी शामिल थे। घटना के दौरान गांव में कई नए चेहरे देखे गए थे। संदीप के पिता महीपाल ने आरोपियों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपी ओमबीर पुत्र टीकम, सतेंद्र उर्फ पिंटू, जितेंद्र उर्फ पिंका, अमनदीप उर्फ अंचित, सैंदर कौर पत्नी सतेंद्र, उर्मिला पत्नी जितेंद्र व प्रीति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं, इस संबंध में सीओ सरधना आरपी शाही का कहना है कि मृतक के पिता की तहरीर के आधार पर सात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।
तनाव के बीच शव का अंतिम संस्कार
पोस्टमार्टम के बाद रविवार की शाम को संदीप का शव गांव पहुंचा। शव को देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। गम और गुस्से के बीच शव का अंतिम संस्कार कर दिया। संदीप की पत्नी के अलावा दो बच्चे भी हैं।
नए चेहरों पर उठ रहा सवाल
ग्रामीणों की मानें तो शनिवार शाम को गांव में कई ऐसे चेहरे देखे गए, जिनको कोई नहीं जानता था। इसी से अंदाजा लगाया जा रहा है कि संदीप पक्ष द्वारा पिलर उखाड़ने के बाद ही ओमबीर पक्ष ने हमले की योजना बना ली थी। उसी के तहत उन्होंने अपने लोगों को जमा किया और योजनाबध्द तरीके से हमला किया। पुलिस इस ओर भी जांच कर रही है।
एक पिलर ने ले ली जिंदगी
महज एक पिलर की वजह से इतना खून खराबा हो गया कि किसी ने सोचा नहीं था। एक को जान से हाथा धोना पड़ा तो दूसरा भाई प्रदीप जिंदगी की जंग लड़ रहा है। इसके अलावा कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
गांव में पसरा रहा सन्नाटा
छबड़िया में हुए खूनी खेल के बाद से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। दहशत के चलते रविवार को भी छबड़िया में सन्नाटा पसरा रहा। पूरे दिन गांव की गलियां सूनी नजर आई।