- पिता की मौत का बदला लेना चाहता था मृतका का भाई
जनवाणी ब्यूरो |
गढ़ीपुख्ता/शामली: गांव भाटू में ईख के खेत से युवक के शव बरामद होने के मामले का पुलिस ने 48 घंटे में ही खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्यारोपी कोई ओर नहीं बल्कि मृतक का सगा भाई और उसके रिश्तेदार हैं।
हाल में मृतक की अपने पिता के साथ हुई कहासुनी के बाद पिता की मौत हो गई थी। पिता की मौत का बदला लेने को ही सगे भाई ने अपने भाई की हत्या कर दी थी। पुलिस ने दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया जबकि दो रिश्तेदार फरार हैं।
गढ़ीपुख्ता थाना क्षेत्र के गांव भाटू के ग्राम प्रधान ने 10 जनवरी की सुबह करीब साढ़े 10 बजे पुलिस को सूचना दी थी कि गांव के जंगल में सतवीर के ईख के खेत में एक शव पड़ा है। जिसके बाद थाना प्रभारी महावीर सिंह ने घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की तो खेत में एक व्यक्ति का नग्न हालात में शव पड़ा हुआ था।
पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए मृतक की शिनाख्त संजय (34) पुत्र पदम सिंह निवासी ग्राम पिंडौरा जहांगीरपुर थाना झिंझाना के रूप में की थी। एएसपी राजेश श्रीवास्तव व सीओ थानाभवन ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर जानकारी ली थी। वहीं फोरेंसिक टीम को बुलाकर छानबीन कराई गई थी।
फोरेंसिक, सर्विलांस टीम, स्वाट टीम व स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल से सुराग एवं जानकारियां प्राप्त कर महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किए गए। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। थाना प्रभारी महावीर सिंह ने बताया कि गढ़ीपुख्ता पुलिस ने घटना का 48 घंटे में ही सफल अनावरण करते हुए मृतक का भाई हत्यारोपी बबलू पुत्र पदम सिंह और उसके साथी रविंद्र पुत्र धर्मपाल निवासीगण ग्राम पिंडौरा थाना झिंझाना जनपद शामली को रजवाहे की पुलिया से गिरफ्तार कर लिया।
हत्यारोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त बिजली की प्लास्टिक की डोरी, मृतक संजय के कपडे तथा घटना में प्रयुक्त वाहन और दो मोबाइल बरामद किए है। थाना प्रभारी ने बताया कि दो हत्यारोपी लोकेंद्र, दीपू फरार है जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
सगे भाई ने ऐसे दिया घटना को अंजाम
थाना प्रभारी महावीर सिंह ने बताया कि 06 जनवरी को मृतक संजय की अपने पिता पदम सिंह के साथ काम को लेकर कहासुनी हो गई थी, जिसमें संजय ने गुस्से में पिता पदम सिंह के सिर पर फावडे की मूंद मार दी थी, जिससे पदम सिंह की मृत्यु हो गई थी।
परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना ही पदम सिंह के शव का अंतिम संस्कार कर दिया था। इसी कारण अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने की भावना से मृतक संजय के भाई बबलू ने अपने साथी रविंद्र व रिश्तेदार लोकेंद्र, दीपू के साथ मिलकर नौ जनवरी की रात को संजय को घर से ले जाकर गांव भाटू में ईख के खेत में बिजली की प्लास्टिक की डोरी से गला घोटकर हत्या कर दी और शव को छिपाकर मौके से फरार हो गए थे।