- लाखों की छात्रवृत्ति का मामला: एक ही भवन में चल रहे पांच मदरसे, कर दिया 4158200 रुपये का घोटाला
- अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, संचालक और प्रधानाध्यापक भी घपले में शामिल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अल्पसंख्यक छात्रों को केन्द्र सरकार से मिलने वाली करोड़ों की स्कालरिशप अधिकारियों और स्कूल संचालकों की मिलीभगत से डकारी जा रही है। इस मामले में कई अधिकारी और मदरसा संचालक तक जेल जा चुके हैं, लेकिन गरीबों का हक छीनने वालों की कमी नहीं आ रही है। आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) ने एक ही भवन में चल रहे पांच मदरसों के संचालक उमेद अली को 4168200 रुपये के घोटाले में गिरफ्तार किया है।
ईओडब्लू के सेक्टर प्रभारी एएसपी आर डी चौरसिया ने बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रदत्त अल्पसंख्यक प्री-मेट्रिक छात्रवृत्ति की धनराशि को स्कूल के संचालकों, प्रधानाध्यापक, तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मेरठ एवं अन्य की मिलीभगत से धोखाधड़ी करके अल्पसंख्यक छात्रों को वितरित की जाने वाली छात्रवृत्ति की धनराशि को हड़पने विषयक प्रकरण में शासन के द्वारा जांच कराई जा रही थी।
इस संबंध में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत थाना सिविल लाईन, जनपद मेरठ की विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन, मेरठ सेक्टर, मेरठ द्वारा की गई थी। इस संगठन द्वारा की गई विवेचना में पता चला कि एक ही भवन में संचालित गुडविन पब्लिक स्कूल हर्रा, गुडविन अरेविक स्कूल हर्रा, मदरसा गुडविन मुल्तान नगर, मदरसा गुडविन जूनियर हाईस्कूल के नाम से संचालित संस्थाओं में भारत सरकार द्वारा प्रदत्त छात्रवृत्ति की धनराशि 41,68,200 रुपये को अभियुक्त उम्मेद अली पुत्र हामिद अली
निवासी ग्राम जसड़ सुल्तान नगर थाना सरूरपुर जिला मेरठ ने उपरोक्त संस्थाओं के संचालक दीन मौहम्मद पुत्र अब्दुल कदीर निवासी ग्राम हर्रा थाना सरूरपुर जिला मेरठ के साथ मिलकर संयुक्त खाते में प्राप्त कर भारत सरकार द्वारा संचालित प्री-मेट्रिक अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति कोर्स फीस की धनराशि को गबन कर शासकीय धन का गबन किया है। अभियुक्त उम्मेद अली पुत्र हामिद अली निवासी ग्राम जसड़ सुल्तान नगर थाना सरूरपुर जिला मेरठ की इस संगठन के सेक्टर में नियुक्त निरीक्षक राजेन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक संजय देशवाल, आरक्षी राजकुमार और चालक कालेराम द्वारा गिरफ्तारी की गई।