- सर्दियां शुरू होते ही विदेशी पक्षियों की कलरव से गुलजार नजर आते हैं वेटलैंड
जनवाणी संवाददाता |
हस्तिनापुर: बढ़ती सर्दी के बीच विश्व वेटलैंड दिवस पर अगर विदेशी पक्षियों का दीदार करना है तो वन आरक्षित क्षेत्र से होकर गुजरने वाली गंगा नदी किनारे स्थित भीकुंड वेटलैंड आएंगे। भीकुंड वेटलैंड और गंगा पुल के समीप स्थित दलदली झीलों में सैकड़ों प्रजातियों के विदेशी पक्षियों की कलरव सुनाई देगी। वेटलैंड दिवस पर दलदली झीलों में विदेशी पक्षियों की कलरव सुने और देखने के लिए प्रतिवर्ष के लिए स्कूली बच्चों से लेकर अन्य लोग गंगा किनारे पहुंचते हैं।
वन आरिक्षत क्षेत्र से होकर गुजरने वाली गंगा नदी किनारे भीकुंड वेटलैंड से लेकर गंगा पुल पर सर्दी शुरू होते ही विदेशों से हजारों की संख्या में साइबेरियन पक्षी पहुंचने लगते हैं। सर्दी खत्म होते ही यह पक्षी वापस लौट जाते हैं। इस समय यहां पर लाखों की संख्या में विदेशी पक्षियों की कलरव गूंज रही है। भीकुंड वेटलैंड से लेकर गंगा पुल तक दलदली झीलों के पानी में विदेशी पक्षी रहूड़ी शेल्ड डक, कोम्ब डक, पोचर्ड, टील, कोरमोरेंट, बूली नेकेड स्टार्क इत्यादि कलरव नजर आ रहे हैं।
गंगा पुल के आसपास में विदेशी पक्षियों के अलावा घड़ियाल और कछुएं भी है। सर्दियों के मौसम में प्रतिवर्ष विदेशी पक्षियों को देखने के लिए हजारों लोग वन आरक्षित क्षेत्र पहुंचते हैं। सर्दियां शुरू होने के साथ ही वेटलैंड का नजारा अपने आपमें अलग नजर आता है। वेटलैंड दिवस के पर सैकड़ों स्कूली बच्चे दूरबीन से पक्षियों को देखते हैं। इतना ही नहीं गंगा वन आरक्षित क्षेत्र में जहां अजगर व अन्य जंगली जीवों को देखने के लिए लोग सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय करते हैं। वहीं, गंगा किनारे फिसिंग कैट, घड़ियाल, डॉल्फिन आदि के साथ सर्दियों के मौसम में विदेशी पक्षियों का जमावड़ा रहता है।
क्या है वर्ल्ड वेटलैंड्स डे?
विलुप्त होती पानी और जमीन के साल भर के मिलने वाली थोड़े हिस्से को वेटलैंड्स घोषित किया जाता है। 1971 में 2 फरवरी को ईरान के रामसर में वेटलैंड कनवेंशन को अपनाया गया था। इसलिए हर साल 2 फरवरी को वेटलैंड डे मनाया जाता है। ऐसी जमीन पर सालभर थोड़े हिस्से में या पूरे में पानी भरा रहता है। वर्ल्ड वेटलैंड डे मनाने का जिसका उद्देश्य उन जगहों को लाइमलाइट में लाना है। जो विलुप्त होने वाले हैं।
वेटलैंड डे पर क्या कहते हैं अधिकारी
रेंजर रविकांत राणा का कहना है कि विश्व वैलेंटाइन डे की समस्त तैयारी पूरी कर ली गई है। वेटलैंड डे के अवसर पर कई स्कूल के बच्चों को वेटलैंड के साथ वन आरक्षित जंगलों का भ्रमण कराया जाएगा। तदोपरांन रेंज कार्यालय पर चित्रकला के साथ के अन्य प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जाएंगे।