- एशियन गेम्स की कांस्य पदक विजेता किरन बालियान का नाम नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी की सूची में शामिल होने पर प्रतिक्रिया तेज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एथलेटिक्स में शानदार खिलाड़ी देने वाले मेरठ की एक खिलाड़ी का नाम नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी-नाडा की सूची में शामिल होने को लेकर खेल से जुड़े खिलाड़ियों, कोच और खेल प्रेमियों के बीच शुक्रवार को इस पर चर्चाएं जारी रही। शॉटपुट थ्रो में ऐशियन गेम्स की कांस्य पदक विजेता किरन बालियान को डोप टेस्ट में प्रतिबंधित दवा के सेवन का दोषी ठहराया गया है। हालांकि नाडा द्वारा नियमानुसार खिलाड़ी का स्पष्टीकरण लेकर चार साल के प्रतिबंध लगाये जाने पर विचार किया जाना बाकी है।
नाडा की डोप टेस्ट की देशभर के 109 खिलाड़ियों की सूची में क्रम संख्या-86 पर शॉटपुट थ्रो की एशियन गेम्स की कांस्य पदक विजेता मेरठ की एथलीट किरन बालियान का नाम शामिल होने को लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएं सामने आई। किसी ने इसे खेलों के लिये अभिशॉप करार दिया तो किसी ने मेरठ के खेल परिपेक्ष्य में इसके काला अध्याय बताया।
जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव अनु कुमार ने कहा कि खिलाड़ी के इतने जागरूक होने के बाद अगर ऐसा हुआ है तो इसे सिस्टम की नाकामी कहना गलत न होगा। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी द्वारा इस पर नाडा को नियमानुसार स्पष्टीकरण देना होगा और यदि वह खुद को निर्दोष साबित करने में नाकाम रही तो उन पर चार साल का प्रतिबंद्ध नाडा के नियमानुसार लगाया जा सकता है।
ये है प्रतिबंधित दवा
नमूने की जांच में शॉटपुट थ्रोअर को मेटान्डिएनोन, जो एक सिंथेटिक एंड्रोस्टेन स्टेरॉयड है, के सेवन का दोषी माना गया है। जानकारों के अनुसार यह दवा खिलाड़ी अगर नियमित रूप से लंबे समय तक ले रहा है तो उसकी कार्य क्षमता कहीं अधिक बढ़ जाती है।
ये बोलीं किरन बलियान
शॉटपुट खिलाड़ी ने किसी भी प्रतिबंधित दवा के सेवन से इंकार करते हुए कहा कि वह जिस स्तर पर खेलती है। वहां तक पहुंचने के लिए मेहनत लगती है, वह ऐसी गलती भूलकर भी नहीं कर सकती, वह अपना स्पष्टीकरण समय रहते पेश करेंगी।
मुख्य अभियंता हटाए गए एमडी आफिस से अटैच
मेरठ: विद्युत विभाग मेरठ के मुख्य अभियंता जोन द्वितीय सुनील गुप्ता का तबादला कर उन्हें एमडी आॅफिस से अटैच कर दिया है। उनकी जगह यदुनाथ राम को भेजा गया है। दरअसल, यह पूरा मामला सोशल मीडिया पर चीफ की संविदाकर्मी लाइनमैन को भ्रष्टाचार की शिकायत करने पर धमकाते हुए वायरल हुई एक आॅडियो से जुड़ा है। वायरल हुई आॅडियो जिसमें वह भ्रष्टाचार की शिकायत करने वाले संविदा लाइनमैन से कह रहे थे कि जा प्रधानमंत्री से मिल ले, तेरा दिमाग खराब है।
इस पूरे मामले की शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता नरेश शर्मा ने एमडी ईशा दुहन से की थी और चेयरमैन को भी भेजी थी। इसके अलावा शिकायत में नरेश शर्मा ने आरोप लगाए थे कि चीफ एसके गुप्ता ने बागपत केपी खान को फोन करके टेंडर में मेरठ जोन से बनने वाली कमेटी के लिए ठेकेदारो से 3 की जगह 5% कमीशन दिलाने का दबाव बनाया था।
जिसका कारण यह दिया गया था कि हमारे स्टाफ में एक बाबू बढ़ गया है। यह तमाम बातें आॅफिस के तमाम सीनियरों के वाट्सअप ग्रुप में भी वायरल हैं। वहीं, दूसरी ओर मुख्य अभियंता पर हुई इस कार्रवाई से पूरे विभाग में खलबली मची है।
भाकियू प्रवक्ता पर दर्ज हो सकता है मुकदमा
मेरठ: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पर मुकदमा दर्ज किया जा सकता है। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पंचम के यहां दिया गया प्रार्थना पत्र इस संबंध में दिया गया है। यह प्रार्थना पत्र भाकियू अटल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित चौधरी की ओर से दिया गया है। अधिवक्ता पीतम सिंह ने बताया कि 173/4 बीएनएस के तहत कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया गया है। कोर्ट ने प्रार्थना पत्र पर सिविल लाइन थाने से रिपोर्ट भी तलब की है।
इसकी सुनवाई के लिए 27 सितंबर की तारीख की तय की है। दरअसल, भाकियू नेता राकेश टिकैत ने मेरठ में देश में बांग्लादेश जैसे हालात बनने का बयान दिया था। इसके अलावा राकेश टिकैत ने कहा था किसान लाल किले की बजाय पार्लिमेंट कूच कर जाते तो बहुत कुछ बदल जाता है।